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Shani Vakri On 5th June: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 5 जून 2022 में शनि देव कुंभ राशि में व्रकी होने जा रहे हैं. इस साल अक्टूबर तक शनिदेव इसी राशि में वक्री रहने वाले हैं. जब भी कोई ग्रह गोचर या वक्री करता है, तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जीवन पर पड़ता है. ऐसे में ये प्रभाव शुभ और अशुभ दोनों ही हो सकते हैं. आज हम जानेंगे शनि की व्रकी का किन राशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
बता दें कि शनि देव ने 29 अप्रैल को 30 साल बाद अपनी स्वराशि कुंभ में गोचर किया था. इस दौरान जिन राशियों पर शनि की साढ़े साती या फिर ढैय्या चल रही है, उन्हें शनि की क्रूरदृष्टि का सामना करना पड़ेगा. वहीं, जिन राशियों के जातकों की कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में है, तो उन्हें भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
शनि ग्रह 5 जून को अपनी ही राशि कुंभ में वक्री करने जा रहे हैं. इसका इन 2 राशियों पर विशेष रूप से देखने को मिलेगा. शनि देव इन राशियों के जीवन में खुशियां ही खुशियां भर देंगे. साथ ही, इस अवधि में उनके बंध दरवाजे खुल जाएंगे.
वृषभ राशि- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृषभ राशि के जातकों को हर कार्य में सफलता हासिल होगी. अपने कार्यों में सफलता पाने के लिए अपनी चतुराई और मधुर व्यवहार से सारे कार्य सफल बना लेते हैं. इस अवधि में घर पर मांगलिक कार्य के योग बन रहे हैं.
कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों को हर क्षेत्र में ही सफलता हासिल होगी. शनि व्रकी के दौरान परिवार का पूरा ख्याल रखेंगे. इस दौरान कोई सुखद समाचार मिल सकता है. हर कार्य में सफलता मिलेगी.
शनि वक्री के दौरान शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए और उनकी विशेष कृपा पाने के लिए इन उपायों को करने से इस दौरान कई गुना लाभ प्राप्त होता है.
- इस दौरान शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करें और तेल का दीपक जलाएं.
- नियमित रूप से शनि चालीसा और शनि मंत्र का जाप विशेष लाभदायी रहता है.
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- कुष्ठ रोगियों की सेवा करें. इतना ही नहीं, गरीबों और जरूरतमंद लोगों को दान देने से लाभ होगा.
- किसी भी प्रकार का अंहकार न रखें. किसी का अपमान न करें. मजदूरों का अपमान करने से बचें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)