14 रत्नों में एक माना जाता है शंख
हिंदू मान्यताओं के अनुसार शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान निकले 14 रत्नों में एक था. इसलिए शंख को बड़ा पवित्र माना जाता है और हिंदू धर्मों में शंख को घर पर रखना और इसकी पूजा करने का विशेष महत्व है. किसी भी मांगलिक कार्यक्रम या धार्मिक अनुष्ठान में शंख बजाने की परंपरा है.
सकारात्मक उर्जा बढ़ाता है और वास्तु दोष दूर होते हैं
कहते है जिस घर में रोजाना शंख बजता है वह घर भी काफी शुभ माना जाता है. शंख की ध्वनि से ओंकार की आवाज आती है. जिससे वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर उठता है. इसकी ध्वनि से आसपास फैली नकारात्मक ऊर्जा भी खत्म होती है. शंख में जल भरकर उसे घर के हर हिस्से पर छिड़कना चाहिए. घर में रहने वाली नकारात्मक उर्जा इससे समाप्त हो जाती है. जिन घरों में अक्सर लड़ाई झगड़े हुआ करते हैं. उन घरों में भी शांति आती है. इसके अलावा वास्तु दोष भी घरों से दूर होता है.
आर्थिक स्थिति होती है मजबूत
मान्यताओं के अनुसार यदि घर में रोज शंख बजता है तो उस घर की आर्थिक स्थिति दिन पर दिन मजबूत होती जाती है. पौराणिक कथाओं के अनुसार शंख और देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी. जिस कारण से शंख और माता लक्ष्मी रिश्ते में भाई बहन हैं. इसके अलावा शंख भगवान विष्णु को बहुत प्रिय था, जो सदैव उनके हाथों में रहता है. इसलिए कहा जाता है कि जिस घर में शंख रखा रहता है. उस घर के सदस्य काफी भाग्यशाली होते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी होती है.
सेहत के लिए भी होता है लाभदायक
शंख बजाने से आपके शरीर को भी बड़े फायदे होते हैं. इससे आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और सांस से जुड़ी बीमारियां दूर होती हैं. वैज्ञानिक भी शंख बजाने के कई फायदे बताते हैं. हृदय से संबंधित बीमारियां भी इससे दूर हो जाती है. कहते हैं जिस शंख से भगवान का जलाभिषेक किया जाता है. उसे कभी भी बजाना नहीं चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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