Lord Shiva: सावन का महीना काफी पवित्र माना जाता है. इस महीने भक्त भगवान शिव की अराधना में लीन रहते हैं. जो भक्त इस महीने प्रभु भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर व्रत रखता है, उसकी हर इच्छा पूरी होती है.
Trending Photos
Sawan: भोले भंडारी के भक्तों को साल भर सावन के महीने का इंतजार रहता है. हिंदू धर्म में इस महीने को काफी पवित्र माना जाता है. खासकर लोग सोमवार को व्रत रखकर भगवान शिव की अराधना करते हैं. इस बार का सावन का महीना वैसे भी काफी खास माना जा रहा है. इस बार सावन के महीने में 4 नहीं, बल्कि पूरे 8 सोमवार होंगे. ऐसे में भक्तों को महादेव की कृपा पाने के लिए 4 सोमवार अधिक मिलेंगे. इस साल सावन की शुरुआत 4 जुलाई से हो रही है और पहले सोमवार का व्रत 10 जुलाई को रखा जाएगा. इस बार पहले सोमवार से पूर्व पंचक भी समाप्त हो जाएगा और कई शुभ योग भी बन रहे हैं.
महत्व
सावन के पहले सोमवार को रवि नामक योग बन रहा है और गजकेसरी योग का निर्माण भी हो रहा है. इसके साथ ही पंचक काल भी समाप्त हो रहा है. वहीं, सावन के महीने में मंगला गौरी के भी 9 व्रत रखे जाएंगे. ऐसी मान्यता है कि जो लोग सावन के सोमवार के दिन व्रत रखते हैं, उन पर भगवान शिव की असीम कृपा बरसकती है और उनको सारे दुख, दर्द और कष्ट दूर होते हैं.
मान्यता
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीन में भगवान शिव अपने ससुराल गए थे. कहते हैं कि वहां उनका स्वागत जलाभिषेक और अर्घ्य देकर किया गया था. यही वजह है कि भक्त खासकर इस महीने में भगवान रुद्र का जल से अभिषेक करते हैं और बेल पत्र इत्यादि चढ़ाते हैं.
विधि
सावन सोमवार का व्रत ब्रह्म मुहूर्त से लेकर शाम तक रखा जाता है. सावन के सोमवार को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर तैयार हो जाएं. इसके बाद हाथ में हाथ में अक्षत लेकर व्रत का संकल्प करें. संभव हो तो पास के किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग का गंगाजल, जल से अभिषेक करें और बेलपत्र, सुपारी, फूल, फल, भांग, धतुरा आदि अर्पित करें. संभव न हो तो घर पर ही ये इस प्रक्रिया को कर सकते हैं. इसके बाद सोमवार व्रत कथा सुनें और शिव मंत्रों का जप करें. व्रत पारण से पहले शिव पूजन के साथ मंत्रों का जप करते हुए आरती करें. इसके बाद भोजन ग्रहण कर सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)