Vaikuntha Chaturdashi: अगर कोई इंसान यमलोक में यमराज की यातनाओं से मुक्ति चाहता है तो उसके लिए यह व्रत काफी लाभप्रद है. इस व्रत को करने से इंसान को यमराज की यातनाओं से मुक्ति मिलती है.
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Vaikuntha Chaturdashi: हिंदू धर्म में बैकुंठ चतुर्दशी का बहुत ही ज्यादा महत्व है. मान्यताओं के मुताबिक इस पावन दिन पर हरि और हर का मिलन होता है. ऐसे में यह दिन हिंदुओं के लिए एक त्योहार के समान होता है. ऐसे में अगर आप इस दिन कुछ खास तरह के उपाय को अपनाते हैं तो आपके ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. तो चलिए जानते हैं वह उपाय जिससे माता लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं.
बैकुंठ चतुर्दशी के दिन करें शिव जी की पूजा
अगर आपके वैवाहिक जीवन में किसी भी तरह की परेशानी चल रही है तो इस पावन दिन पर शिवलिंग की पूजा करें. इस दौरान शिवलिंग को दूध से अभिषेक कराएं. अभिषेक के बाद ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप 1 लाख बार करें. ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच जारी मनमुटाव ठीक हो जाएंगे.
बैकुंठ चौदस के नाम से भी जानते हैं इस पर्व को
बैकुंठ चतुर्दशी को बैकुंठ चौदस के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु ने 1000 स्वर्ण कमल के फूलों से देवाधिदेव महादेव की पूजा की थी. श्रीहरि की भक्ति और पूजा से भगवान शिव बहुत प्रसन्न हुए थे. जिसके बाद उसी दिन से ऐसी मान्यता हो गई कि इस पावन मौके पर कमल का फूल श्रीहरि को जरुर चढ़ाएं.
यमलोक की यातना से बच जाता है इंसान
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पृथ्वीलोक पर रहने वाले प्राणी अगर इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं तो उन्हें यमलोक की पीड़ा नहीं सहनी पड़ती. बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव पर तुलसी दल अर्पित करें. मान्यता है कि शिव जी की पूजा तुलसी दल से नहीं की जाती है लेकिन यही एकमात्र दिन है जिस दिन उनकी पूजा में तुलसी दल का प्रयोग हो सकता है. इसके अलावा इस दिन बेलपत्र और आंवले के पेड़ की पूजा करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)