Science News: वैज्ञानिकों ने 53 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर स्थित आकाशगंगा, NGC 1386 में कुछ अजीब देखा है. इसके केंद्रीय क्षेत्रों में नौजवान तारों के कई क्लस्टर हैं. ये सभी क्लस्टर लगभग एक साथ बने थे.
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Science News: खगोलविदों ने एक प्राचीन आकाशगंगा के केंद्र में हजारों तारों को ऐसा व्यवस्थित देखा है, मानों उन्हें एक माला में पिरोया गया हो. ये सभी तारे एक साथ, लगभग 40 लाख साल पहले बने थे. यह पहली बार है जब ब्रह्मांड की किसी पुरानी आकाशगंगा में ऐसा समकालीन तारा निर्माण देखा गया है. नई खोज अब तक की हमारी समझ पर सवाल उठाती है कि जैसे-जैसे आकाशगंगाएं पुरानी होती हैं, उनमें तारा निर्माण की प्रक्रिया धीमी पड़ती जाती है.
उम्र, साइज और वजन... सब एक जैसा
वैज्ञानिकों ने नौजवान तारों के ये क्लस्टर NGC 1386 नामक आकाशगंगा के केंद्र में देखे हैं. यह सर्पिल आकाशगंगा पृथ्वी से लगभग 53 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर स्थित है. स्पेनिश एस्ट्रोनॉमर अल्मुडेना प्रीतो के नेतृत्व में रिसर्चर्स की टीम ने युवा तारों के 61 समूहों का पता लगाया. इन्हें ऊपर दी गई तस्वीर में सफेद घेरों के जरिए दिखाया गया है. नीचे के फोटो में आप इन तारों को नीले रंग के इलाके में देख सकते हैं. वैज्ञानिकों ने पाया कि अलग-अलग जगह पर होने के बावजूद सभी का द्रव्यमान, आयु और आकार समान था.
हबल स्पेस टेलीस्कोप और चिली स्थित VLT सर्वे टेलीस्कोप से इस नीले इलाके पर नजर डाली गई. पता चला कि इन तारा समूहों को गैस और धूल के लंबे तंतुओं से ऊर्जा मिलती है. प्रीतो ने एक बयान में कहा, 'ये सभी समूह आकाशगंगा के केंद्र के चारों ओर एक रिंग पर मोतियों की तरह फैले हुए हैं. आश्चर्यजनक रूप से वे सभी एक जैसे हैं, जिससे यह विचार आता है कि वे एक ही समय में, एक ही घटना में बने थे.'
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यह खोज उन हालिया सबूतों की लिस्ट में ताजा कड़ी है जो बताते हैं कि कुछ पुरानी आकाशगंगाओं में भी बड़ी तेजी से तारों का निर्माण होता है. ऐतिहासिक रूप से, यह माना जाता रहा कि आकाशगंगाओं की उम्र बढ़ने के साथ-साथ तारा निर्माण की प्रक्रिया मंद पड़ती जाती है.