हार्दिक पांड्या ने कहा- मैं अपनी टीम और खुद के साथ भी अन्याय कर रहा था...
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हार्दिक पांड्या ने कहा- मैं अपनी टीम और खुद के साथ भी अन्याय कर रहा था...

ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी मैच करीब तीन महीने पहले खेला था.

ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2 सितंबर 2018 को खेला था. (फोटो: IANS)

नई दिल्ली: हार्दिक पांड्या ऐसे क्रिकेटर हैं, जो मैदान में ना रहकर भी चर्चा में रहते हैं. यह क्रिकेटर करीब डेढ़ साल से कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है. इसी तरह जुलाई के बाद से कोई वनडे मैच नहीं खेला है. हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) अपना आखिरी टी20 मैच भी करीब तीन महीने पहले खेले थे. लेकिन शायद ही ऐसा कोई सप्ताह होता हो, जब वे खबरों में ना रहते हों. हालांकि, अब ऐसा लगता है कि हार्दिक को टीम के लिए ना खेल पाना अखरने लगा है. हार्दिक ने अपनी चोट और टीम के लिए ना खेल पाने पर खुलकर बात की. उन्होंने यह भी कहा कि वे अपना साथ और भारतीय टीम (Team India) के साथ ही अन्याय कर रहे थे. 

हार्दिक पांड्या चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. चोट से परेशान होने के बाद उन्होंने सर्जरी भी कराई और अब मैदान पर वापसी की कोशिश में जुटे हैं. सर्जरी के बारे में बात करते हुए वे कहते हैं, ‘मैं काफी दिनों से पीठ दर्द के बावजूद खेल रहा था. मैं कोशिश कर रहा था कि मुझे सर्जरी ना करानी पड़े. इसके लिए मैंने हर वो कोशिश की, जो कर सकता था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.’

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हार्दिक पांड्या आगे कहते हैं, ‘मैंने महसूस किया कि मैं अपना 100% प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था. मैं उस क्षमता के साथ नहीं खेल पा रहा हूं, जितना खेल सकता था और इसकी वजह चोट थी. इसका मतलब यह भी था कि मैं अपने और टीम के साथ न्याय नहीं कर रहा था. जब मुझे एहसास हुआ कि मैं ऐसा कर रहा हूं तब सर्जरी कराने का फैसला किया.’ 

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हार्दिक पांड्या ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं, तो अब मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं. हम अच्छा काम कर रहे हैं. सर्जरी के बाद वापसी करना आसान नहीं होता. इसलिए हम पूरी अहतियात बरत रहे हैं. कुल मिलाकर चोट ऐसी चीज है, जिस पर आपका नियंत्रण नहीं है. मैंने चार-पांच साल के खेल में अनुभव किया कि आप अहतियात को हमेशा बरतते हैं, लेकिन तब भी चोट से नहीं बच पाते. यह खिलाड़ी के जीवन का एक हिस्सा है. आप यह दावा नहीं कर सकते कि चोटिल नहीं होंगे. इसलिए अब मैं मजबूत होकर वापसी करना चाहता हूं.’

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