Star Indian Player Banned: भारतीय हॉकी टीम के स्टार डिफेंडर अमित रोहिदास को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में रेड कार्ड मिलने के कारण एक मैच के लिए बैन कर दिया गया है और वह जर्मनी के खिलाफ मंगलवार को होने वाले ओलंपिक सेमीफाइनल में नहीं खेल पाएंगे.
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भारतीय हॉकी टीम के स्टार डिफेंडर अमित रोहिदास को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में रेड कार्ड मिलने के कारण एक मैच के लिए बैन कर दिया गया है और वह जर्मनी के खिलाफ मंगलवार को होने वाले ओलंपिक सेमीफाइनल में नहीं खेल पाएंगे. इसका मतलब है कि इस अहम मैच के लिए भारत के केवल 15 खिलाड़ी ही उपलब्ध रहेंगे जो 8 बार के ओलंपिक चैंपियन के लिए करारा झटका है.
भारत के स्टार खिलाड़ी पर लगा बैन
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) ने आधिकारिक बयान ने कहा,‘भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच चार अगस्त को खेले गए मैच के दौरान अमित रोहिदास को एफआईएच आचार संहिता के उल्लंघन के लिए एक मैच के लिए निलंबित कर दिया गया था.’ बयान के अनुसार,‘निलंबन का असर मैच नंबर 35 (जर्मनी के खिलाफ भारत का सेमीफाइनल मैच) पर पड़ेगा, जिसमें अमित रोहिदास भाग नहीं लेंगे और भारत केवल 15 खिलाड़ियों की टीम के साथ खेलेगा.’
(@IndiaSportsHub) August 5, 2024
(@ANI) August 5, 2024
करोड़ों भारतीय फैंस का टूट गया दिल
रोहिदास को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ रविवार को खेले गए मैच में अंतिम हूटर बजने से लगभग 40 मिनट पहले मैदान से बाहर भेज दिया गया था, क्योंकि उनकी स्टिक अनजाने में एक प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी पर लग गई थी. पूरे 42 मिनट दस खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद भारतीय हॉकी टीम ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए पेनल्टी शूटआउट में ब्रिटेन को 4-2 से हराकर पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. निर्धारित समय तक मैच 1-1 से बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट हुआ. इसमें भारत के लिये कप्तान हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल किये, जबकि ब्रिटेन के दो शॉट पी आर श्रीजेश ने बचा लिये.
पेनल्टी शूटआउट में भारत ने बजाया ब्रिटेन का बैंड
पीआर श्रीजेश पेनल्टी शूटआउट के हीरो रहे, जिन्होंने 2 गोल बचाकर भारत को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई. भारत इस क्वार्टर फाइनल मैच में 42 मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ खेला, क्योंकि अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिया गया था. तारीफ करनी होगी भारतीय डिफेंस की जिसने ब्रिटेन के हर हमले का बचाव करते हुए उसे बढत नहीं बनाने दी. ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पोस्ट पर हमला बोला और महज एक कामयाबी मिली. शूटआउट में इंग्लैंड के जेम्स अलबेरी और जाक वालांस ही गोल कर सके.