बॉर्डर गावस्कर सीरीज का सबसे बड़ा विवाद, जब दुनिया के सामने सरेआम सचिन के साथ हुई 'धोखाधड़ी'!
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बॉर्डर गावस्कर सीरीज का सबसे बड़ा विवाद, जब दुनिया के सामने सरेआम सचिन के साथ हुई 'धोखाधड़ी'!

ऑस्ट्रेलिया में 1999 बॉर्डर गावस्कर सीरीज को सचिन तेंदुलकर बनाम ग्लेन मैक्ग्रा के तौर पर देखा गया. ग्लेन मैक्ग्रा कई बार सार्वजनिक तौर पर कह चुके थे कि वह सचिन तेंदुलकर को आउट करेंगे. एडिलेड टेस्ट में ग्लेन मैक्ग्रा ने सचिन तेंदुलकर को अपना शिकार बनाया भी, पर विवाद यह था कि अंपायर डेरल हार्पर ने मास्टर ब्लास्टर को एक बाउंसर गेंद पर एलबीडबल्यू करार दे दिया था.

बॉर्डर गावस्कर सीरीज का सबसे बड़ा विवाद, जब दुनिया के सामने सरेआम सचिन के साथ हुई 'धोखाधड़ी'!

ऑस्ट्रेलिया में 1999 बॉर्डर गावस्कर सीरीज को सचिन तेंदुलकर बनाम ग्लेन मैक्ग्रा के तौर पर देखा गया. ग्लेन मैक्ग्रा कई बार सार्वजनिक तौर पर कह चुके थे कि वह सचिन तेंदुलकर को आउट करेंगे. एडिलेड टेस्ट में ग्लेन मैक्ग्रा ने सचिन तेंदुलकर को अपना शिकार बनाया भी, पर विवाद यह था कि अंपायर डेरल हार्पर ने मास्टर ब्लास्टर को एक बाउंसर गेंद पर एलबीडबल्यू करार दे दिया था. ICC के एलीट अंपायरों के पैनल में रहे डार्ल हार्पर (Daryl Harper) को भारत में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को कंधे पर गेंद लगने के बाद LBW आउट देने के लिए याद किया जाता है. यह एक ऐसा विवादित फैसला था, जिसकी अब तक चर्चा होती है.

बॉर्डर गावस्कर सीरीज का सबसे बड़ा विवाद

1999 एडिलेड टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर ने ग्लेन मैक्ग्रा की शॉर्ट गेंद को रोकने की कोशिश की थी और उससे बचने के लिए बैठ गए थे, लेकिन गेंद ज्यादा उठी नहीं थी और सचिन के कंधे पर लगी थी. ऑस्ट्रेलिया ने इस पर अपील की और तत्कालीन अंपायर डेरल हार्पर ने सचिन तेंदुलकर को आउट दे दिया. इस घटना के बाद डार्ल हार्पर के फैसले की जमकर आलोचना हुई थी. इस फैसले ने विवाद को जन्म दे दिया. क्रिकेट जगत से लेकर फैंस के बीच इस फैसले पर जमकर चर्चा हुई. एक इंटरव्यू में इस अंपायर ने कहा था, 'मैं सचिन तेंदुलकर पर अपने उस फैसले को आज भी याद करता हूं. ऐसा नहीं था कि मैं सोया नहीं था या मुझे बुरे सपने आ रहे थे और मेरे दिमाग में रिप्ले चल रहे थे. जब मैं अपने गैराज से बाहर निकला तो मेरे सामने सचिन और ग्लेन मैक्ग्रा की पेंटिंग थी.'

फैसले पर खूब मचा बवाल

हार्पर ने कहा, 'सचिन उस समय भारतीय टीम के कप्तान थे और आईसीसी अधिकारी ने मुझसे कहा था कि उन्होंने मैच के बाद मेरे प्रदर्शन का विश्लेषण करते हुए उस फैसले को नोट नहीं किया था.' हार्पर ने कहा, 'एमएसके प्रसाद उस मैच में भारत के विकेटकीपर थे, अपना चौथा टेस्ट मैच खेल रहे थे और छह कैच उन्होंने उस मैच में पकड़े थे. उन्होंने कहा, 'प्रसाद ने मुझसे कहा था कि सचिन ने कहा था कि वह आउट हैं. मैंने पुष्टि करते हुए कहा, मुझे भी लगा था कि वह आउट हैं.'

सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड्स

बता दें कि सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. उन्होंने अपने करियर के दौरान वनडे में 18,426 और टेस्ट में 15,921 रन बनाए हैं. सभी प्रारूपों को मिलाकर सचिन के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं. बता दें कि सचिन तेंदुलकर के नाम वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड है. 24 फरवरी 2010 को सचिन ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट का पहला दोहरा शतक जड़ा.

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