भारत के पहले टेस्ट कप्तान कोटारी कनकैया नायडू (सीके नायडू) के बेटे विजय नायडू का निधन हो गया है. विजय नायडू भी एक क्रिकेटर थे. उन्होंने 26 जून को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अंतिम सांस ली.
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भारत के पहले टेस्ट कप्तान कोटारी कनकैया नायडू (सीके नायडू) के बेटे विजय नायडू का निधन हो गया है. विजय नायडू भी एक क्रिकेटर थे. उन्होंने 26 जून को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अंतिम सांस ली. कैंसर से जूझने के बाद 79 वर्ष की आयु में विजय का निधन हो गया. उन्होंने मध्य प्रदेश की कप्तानी की थी और उनके नाम 47 फर्स्ट क्लास मैच हैं. उन्होंने 25.34 के औसत से 1926 रन बनाए हैं. वह गेंदबाज भी करते थे. उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 35 विकेट लिए थे.
मध्य प्रदेश के लिए खेले, लेकिन मुंबई से रहा जुड़ाव
यह कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात हो सकती है कि महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने विजय के नेतृत्व में वेस्ट जोन यूनिवर्सिटी के लिए खेला था. विजय इंदौर में पैदा हुए थे इसलिए उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला, लेकिन उनका मुंबई से जुड़ाव निर्विवाद है.
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60 की उम्र में भी खेल रहे थे क्रिकेट
विजय मुंबई के बोरिवली में रहते थे. उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज का प्रतिनिधित्व किया और इंडियन ऑयल के लिए भी खेले. गौरतलब है कि 60 साल की उम्र पार करने के बाद भी वह बॉम्बे जिमखाना के लिए खेलते थे.
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दलीप ट्रॉफी में भी खेलने का मिला था मौका
विजय नायडू 1960-61 से और फिर 1977-78 के बाद एक बड़े अंतराल के बाद मध्य प्रदेश के लिए खेले. उन्होंने सेंट्रल जोन के लिए दलीप ट्रॉफी में भी खेला. उनके परिवार में उनकी पत्नी, बेटी प्रीति और बेटा वरुण हैं. वह इंडियन ऑयल के लिए खेल नीति बनाने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं, जिसकी बदौलत कई स्थानीय क्रिकेटरों को क्रिकेट खेलते हुए अपना जीवनयापन चलाने का मौका मिला.