Ravi Achan: IPL के बीच आई बुरी खबर, क्रिकेट जगत का हिस्‍सा रहे क्रिकेटर का हुआ निधन
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Ravi Achan: IPL के बीच आई बुरी खबर, क्रिकेट जगत का हिस्‍सा रहे क्रिकेटर का हुआ निधन

इंडियन प्रीमियर लीग के बीच क्रिकेट जगत के लिए एक मनहूस खबर सामने आई है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर रवि अचन ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. केरल क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान पालियथ रवि अचन का वृद्धावस्था संबंधित बीमारियों के चलते निधन हो गया.

Ravi Achan: IPL के बीच आई बुरी खबर, क्रिकेट जगत का हिस्‍सा रहे क्रिकेटर का हुआ निधन

Ravi Achan Dies: इंडियन प्रीमियर लीग के बीच क्रिकेट जगत के लिए एक मनहूस खबर सामने आई है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर रवि अचन ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. केरल क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान पालियथ रवि अचन का वृद्धावस्था संबंधित बीमारियों के चलते निधन हो गया. वह 96 वर्ष के थे. अचन ऑलराउंडर थे. उन्होंने 1952 से 1970 तक केरल के लिए 55 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें 1107 रन बनाए और 125 विकेट लिए. उनके परिवार में उनके बेटे के. राम मोहन हैं.

नाम है ये रिकॉर्ड

रवि अचन केरल क्रिकेट टीम के पहले प्लेयर रहे, जिन्होंने 1000 रन और 100 विकेट लेने की उपलब्धि अपने नाम की. पलियाथ रवि अचन का सोमवार को रात लगभग 9 बजे त्रिपुनिथुरा में उनके बेटे के आवास पर निधन हो गया. वह 96 साल के थे. उम्र संबंधी बीमारियों के कारण पिछले कुछ महीनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. रवि अचन का जन्म 1928 में पालियम शाही परिवार के सदस्य अनियानकुट्टन थंपुरन और कोचुकुट्टी कुंजम्मा के घर हुआ था. 

ऐसा रहा क्रिकेट करियर

रवि अचन का घरेलू क्रिकेट करियर 1952 से 1970 के बीच रहा. इस दौरान उन्होंने त्रावणकोर-कोचीन और केरल के लिए 55 फर्स्ट क्लास मैच खेले. दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के लेग स्पिनर रहे अचन ने 1107 रन बनाए और 125 विकेट हासिल किए. उनका बेस्ट स्कोर 70 रन रहा, जो मद्रास के खिलाफ एक मैच में उन्होंने बनाया था. वहीं, 34 रन देकर 6 विकेट उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी रही, जो उन्होंने आंध्र प्रदेश के खिलाफ की थी. 

इन खेलों में भी दिखाई दिलचस्पी 

क्रिकेट के साथ-साथ उन्होंने लॉन टेनिस, बैडमिंटन और टेबल टेनिस जैसे अन्य खेलों में भी दिलचस्पी दिखाई. त्रिपुनिथुरा के मंदिर शहर के सांस्कृतिक क्षेत्र में उनकी लगातार उपस्थिति थी. वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बालगोकुलम, विश्व हिंदू परिषद, कथकली केंद्रम, पूर्णत्रयीशा संगीत सभा और पूर्णत्रयीशा सेवा संघम के साथ भी जुड़े रहे और पदाधिकारी के रूप में काम किया. उनकी बॉडी को त्रिपुनिथुरा में उनके बेटे राम मोहन के अपार्टमेंट में रखा गया है. मंगलवार को दोपहर करीब 3 बजे चेंदमंगलम में पलियाम परिवार के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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