ICC ने बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच को भारत और श्रीलंका के बीच दूसरे टेस्ट के लिए औसत से कम रेटिंग दी है. अब इसके लिए बीसीसीआई को बड़ी सजा दी गई है.
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नई दिल्ली: मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ ने बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच को भारत और श्रीलंका के बीच दूसरे टेस्ट के लिए औसत से कम रेटिंग दी है. इस प्रकार आईसीसी पिच और आउटफील्ड निगरानी प्रक्रिया के तहत स्थल को एक डिमेरिट अंक प्राप्त हुआ है. भारत और श्रीलंका के बीच अंतिम टेस्ट में पहले दिन 16 विकेट गिरे और बेंगलुरु में तीन दिनों के भीतर श्रीलंका मैच हार गया.
श्रीनाथ ने एक बयान में कहा, 'पिच ने पहले दिन ही काफी असमतल उछाल दिया और हालांकि हर सत्र के साथ इसमें सुधार हुआ, लेकिन मेरे विचार से यह बल्ले और गेंद के बीच का मुकाबला नहीं था.' श्रीनाथ की रिपोर्ट भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को भेज दी गई है. संशोधित आईसीसी पिच और आउटफील्ड निगरानी प्रक्रिया में, जिसे 4 जनवरी, 2018 को पेश किया गया था, यदि एक पिच या आउटफील्ड को घटिया के रूप में दर्जा दिया गया है, तो उस स्थान को कई डिमेरिट अंक आवंटित किए जाएंगे.
उन्होंने कहा, 'एक डिमेरिट अंक उन स्थानों को दिया जाएगा, जिनकी पिचों को मैच रेफरी द्वारा औसत से कम के रूप में रेट किया गया है, जबकि तीन और पांच डिमेरिट अंक उन स्थानों को दिए जाएंगे, जिनकी पिचों को क्रमश: खराब और अनफिट के रूप में चिह्न्ति किया गया है.' आईसीसी ने कहा, 'जब आउटफील्ड को औसत से कम के रूप में रेट किया जाता है तो कोई डिमेरिट अंक नहीं दिया जाएगा, लेकिन दो और पांच डिमेरिट अंक उन स्थानों को दिए जाएंगे, जिनके आउटफील्ड को क्रमश: खराब और अनफिट के रूप में चिह्न्ति किया गया है.'
डिमेरिट अंक पांच साल की अवधि के लिए सक्रिय रहेंगे. आईसीसी ने आगे कहा, 'जब कोई स्थल को पांच डिमेरिट अंक मिल जाते है, तो उसे 12 महीने की अवधि के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से निलंबित कर दिया जाता है, जबकि 10 डिमेरिट अंक मिलने पर एक स्थल को 24 महीने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मंचन से निलंबित कर दिया जाएगा.'