IND vs AUS, 2023: टीम इंडिया के बल्लेबाज केएल राहुल इन दिनों बेहद खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं और इसी वजह से उनकी टेस्ट उपकप्तानी भी छिन गई है. टेस्ट उपकप्तानी छिनने के बाद अब केएल राहुल टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन से भी ड्रॉप हो सकते हैं. इंदौर में 1 मार्च से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में केएल राहुल को ड्रॉप किया जाएगा या नहीं ये बड़ा सवाल है.
Trending Photos
IND vs AUS, 3rd Test: टीम इंडिया के बल्लेबाज केएल राहुल इन दिनों बेहद खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं और इसी वजह से उनकी टेस्ट उपकप्तानी भी छिन गई है. टेस्ट उपकप्तानी छिनने के बाद अब केएल राहुल टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन से भी ड्रॉप हो सकते हैं. इंदौर में 1 मार्च से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में केएल राहुल को ड्रॉप किया जाएगा या नहीं ये बड़ा सवाल है. इसी बीच भारतीय टीम मैनेजमेंट के एक बयान ने अचानक सनसनी मचा दी है. बता दें कि केएल राहुल लगातार फ्लॉप होने के बाद भी भारतीय टेस्ट टीम में बने हुए है, जिससे भारतीय टीम मैनेजमेंट पर उनका जरूरत से ज्यादा साथ देने का आरोप लग रहा है.
तीसरे टेस्ट में केएल राहुल को ड्रॉप करेगी टीम इंडिया?
भारतीय क्रिकेट में इतनी विफलता के बाद भी शायद ही कोई खिलाड़ी इतने लंबे समय तक टीम में बना रहा हो जो काफी हैरान करने वाला मामला है. ऐसे में सवाल उठता है कि राहुल के पास क्या अत्यधिक टैलेंट है या वह जरूरत से ज्यादा उनका समर्थन किया जा रहा है. भारत के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली किसी मुद्दे में आमतौर पर एक मत नहीं रखते, लेकिन राहुल को लेकर इन दोनों दिग्गजों की सोच भी एक जैसी है.
इस बयान से टीम मैनेजमेंट ने मचा दी सनसनी
कोहली ने एशिया कप के दौरान अफगानिस्तान के खिलाफ जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना 71वां शतक लगाया था तब भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) टेलीविजन के लिए रोहित को दिए इंटरव्यू में कोहली ने कहा था, ‘हमें राहुल के योगदान को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि हम जानते हैं कि वर्ल्ड कप से पहले राहुल का लय में होना कितना महत्वपूर्ण है. हम जानते हैं कि वह इस प्रारूप में क्या कर सकता है, बहुत आसानी से बड़ा शॉट खेल सकता है और एक बार जब वह टी20 क्रिकेट में अच्छी बल्लेबाजी करता है, तो हमारी टीम और भी मजबूत दिखती है.’
राहुल के बचाव में एक जैसे तर्क दिए
इस वीडियो में राहुल का जिक्र होना ऐसा लग रहा था कि जानबूझ कर उनकी तरफदारी की जा रही हो. इस बातचीत के छह महीने बीत जाने के बाद भी राहुल सात टेस्ट पारियों में प्रभावित करने में नाकाम रहे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट की तीन पारियों से पहले बांग्लादेश के खिलाफ चार पारियों में भी उनका प्रदर्शन लचर रहा. मौजूदा टीम प्रबंधन के तीन वरिष्ठ लोगों ने पिछले दो सप्ताह में राहुल के बचाव में एक जैसे तर्क दिए कि उन्होंने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में मुश्किल परिस्थितियों में शतकीय पारियां खेली थी. टीम के बल्लेबाजी को विक्रम राठौर ने नागपुर टेस्ट के दौरान राहुल को लेकर कहा था, ‘ईमानदारी से कहूं तो राहुल ने पिछले 10 टेस्ट में दो शतक बनाए है. इसमें से एक इंग्लैंड और दूसरा दक्षिण अफ्रीका में आया है. उन्होंने दो अर्धशतक भी लगाए है.’ दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के बाद भारतीय कोच राहुल द्रविड़ और रोहित ने भी इस सलामी बल्लेबाज को लेकर ऐसी ही प्रतिक्रिया दी.
रोहित ने कहा, ‘यह सिर्फ राहुल के बारे में नहीं है बल्कि यह किसी भी खिलाड़ी की कहानी हो सकती है. अगर आप विदेश में लगाए उनके शतकों को देखे तो, मेरे लिये वह उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियां थी. खासकर लॉर्ड्स में खेली गयी शतकीय पारी. टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर उन्होंने शतक लगाया था. यह आसान नहीं था. सेचुरियन में उन्होंने ऐसी ही पारी खेली और टीम को दोनों मैचों में जीत मिली थी.
रोहित और द्रविड़ ने दिया ये बड़ा बयान
द्रविड़ ने भी कप्तान की बातों को दोहराया. इससे पहले जब रवि शास्त्री टीम के कोच और संजय बांगर बल्लेबाजी कोच थे जब कोहली की अगुवाई वाली टीम में भी राहुल का समर्थन किया जाता था. रिकॉर्ड की बात करे तो 47 टेस्ट मैचों में राहुल का औसत महज 33.44 रन कर है. उन्हें मौके दिए जाने के कारण शानदार लय में चल रहे प्रतिभाशाली युवा शुभमन गिल को अंतिम एकादश से बाहर बैठना पड़ रहा है. पिछले पांच में भारतीय टीम की ओर से टेस्ट मैच खेलने वाले सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और मयंक अग्रवाल से तुलना करे तो यहां भी राहुल दोनों से पिछड़ते दिखेंगे.
टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया
राहुल के नाम 81 टेस्ट पारियां हैं और उन्होंने केवल 20 बार 50 रन का आंकड़ा पार किया है, जिसमें सात शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं. मयंक अग्रवाल के पास 36 टेस्ट पारियां हैं और 50 से अधिक की 10 पारियां हैं, जिसमें चार शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं. धवन ने 58 पारियों में 12 बार 50 रन के आंकड़े को पार किया है. उन्होंने सात शतक और पांच अर्धशतक जड़ें है. इसमें गौर करने वाली बात यह है कि 2018 में अपना आखिरी टेस्ट खेलने वाले धवन और मयंक को लगातार चार टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था.
हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे