इस बार विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर है. पहले 3 मैचों के लिए टेस्ट टीम का ऐलान हो चुका है.
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नई दिल्ली: टीम इंडिया 1 अगस्त से शुरू हो रहे 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए तैयार है. इंग्लैंड में भारत के टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें हालात काफी खराब हैं. भारत ने अब तक यहां 17 टेस्ट सीरीज खेली हैं, जिसमें से सिर्फ वह सिर्फ तीन बार जीत हासिल कर पाई है, जबकि 13 बार टीम इंडिया को हार का मुंह देखना पड़ा है. इंग्लैंड की धरती पर भारत के बड़े-बड़े बल्लेबाज फ्लॉप साबित रहे हैं. इस बार विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर है. पहले 3 मैचों के लिए टेस्ट टीम का ऐलान हो चुका है. इस टीम में कई चेहरे ऐसे हैं, जो इंग्लैंड की धरती पर खेल चुके हैं और यहां की पिचों से अच्छी तरह वाकिफ भी हैं. इन्हीं में से एक हैं- टेस्ट टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय.
पिछली बार जब मुरली विजय इंग्लैंड दौरे पर गए थे तो उनके बारे में यह संदेह था कि वह एशिया के बार बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं या नहीं. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 35 की औसत से रन बनाए थे. मुरली के साथ चार साल बाद चेतेश्वर पुजारा भी दोबारा इंग्लैंड दौरे पर हैं. लेकिन अब भी वह सुनिश्चित नहीं हैं कि वह टॉप ऑर्डर के टॉप बल्लेबाज हैं या नहीं. बेहतर तकनीक और एकाग्रता के धनी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की दिक्कत यह रही है कि वह सचमुच एशिया के बाहर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. वहीं, अगर मुरली विजय की बात करें तो उनके आंकड़े इस मामले में बेहतर नजर आते हैं. आइए एक नजर डालते हैं मुरली की विदेशी पिचों पर बल्लेबाजी के आंकड़ों पर :
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुरली विजय ने बढ़िया बल्लेबाजी की हैं. ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर पूरी सीरीज में विराट कोहली के बाद वह सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. मुरली विजय ने 4 मैचों में 60.42 की औसत से 482 रन बनाए थे. इनमें एक शतक भी शामिल था. जबकि विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 मैचों में 62 की औसत से 992 रन बनाए हैं. इनमें 5 शतक शामिल हैं. ऐसे में विदेशी दौरों पर मुरली विजय से उम्मीदें इसलिए भी बढ़ जाती हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ : इंग्लैंड के 2014 के पिछले दौरे पर पर मुरली विजय ने 5 मैचों में 40.20 की औसत से 402 रन बनाए थे. इनमें एक शतक भी शामिल था. इस दौरे पर मुरली विजय सबसे सफल बल्लेबाज रहे थे. विराट कोहली, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा समेत सभी बल्लेबाज यहां असफल रहे थे. अजिंक्य रहाणे ने 5 मैचों में 299 रन बनाए थे. इनमें एक शतक भी था. यानि मुरली विजय को इंग्लैंड की पिचें सूट करती हैं. एक ओपनर के रूप में वह टीम के सबसे मजबूत खिलाड़ी साबित हो सकते हैं.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ : मुरली विजय दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2018 में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए. उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में सिर्फ 102 रन बनाए हैं. इससे पिछले दौरे पर भी वह कुछ खास नहीं कर पाए थे. तीन मैचों में उन्होंने 176 रन बनाए थे. उनका औसत 29.33 का रहा है. वह अफ्रीकी जमीन पर कोई शतक नहीं बना पाए. वहीं, विराट ने इस साल के दक्षिण अफ्रीका दौरे में टेस्ट, वनडे और टी-20 को मिलाकर कुल 14 पारियों में कुल 871 रन बनाए. विराट ने 3 टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा 286 रन बनाए थे. उससे पहले की बात करें तो विराट कोहली ने 2 मैचों में 68.00 की औसत से 272 रन बनाए थे.
वेस्ट इंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ : मुरली विजय का वेस्ट इंडीज दौरा सबसे असफल रहा. उन्होंने 5 मैचों में केवल 79 रन बनाए. उनका औसत 11.28 का रहा. वेस्ट इंडीज दौरे पर अजिंक्य रहाणे सबसे ज्यादा सफल रहे थे. उन्होंने 4 मैचों में 121.50 की औसत से 243 रन बनाए थे. इनमें एक शतक भी शामिल था. मुरली विजय के लिए कमोबेश यही स्थिति न्यूजीलैंड के खिलाफ रही. उन्होंने दो टेस्ट मैच खेले और केवल 48 रन बनाए. उनका औसत 12 का रहा है. लेकिन कहते हैं कि क्रिकेट में हर मैच नया होता है. और मुरली विजय तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज हैं. अगर वह इंग्लैंड की सीरीज में अच्छा प्रदर्शन कर पाते हैं तभी भारत की जीत की संभावना मजूबत होगी.