इंग्लैंड के महान खिलाड़ी को जबरन लेना पड़ा संन्यास, बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम पर लगाए ये आरोप
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इंग्लैंड के महान खिलाड़ी को जबरन लेना पड़ा संन्यास, बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम पर लगाए ये आरोप

James Anderson: इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने हाल ही में खुलासा किया कि वह तब तक टेस्ट क्रिकेट खेलते रहना चाहते थे, जब तक उनका शरीर उन्हें अनुमति देता. उन्होंने टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स और हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम पर बड़ा आरोप लगाया.

इंग्लैंड के महान खिलाड़ी को जबरन लेना पड़ा संन्यास, बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम पर लगाए ये आरोप

James Anderson: इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने हाल ही में खुलासा किया कि वह तब तक टेस्ट क्रिकेट खेलते रहना चाहते थे, जब तक उनका शरीर उन्हें अनुमति देता. उन्होंने टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स और हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम पर बड़ा आरोप लगाया. इंग्लैंड के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज ने कहा कि मैकुलम और स्टोक्स ने उन्हें बताया कि वे टेस्ट क्रिकेट में आगे बढ़ने की योजना बना रहे हैं, तो उन्हें फिल्म 'गुडफेलस' में जो पेस्की की तरह महसूस हुआ.

मैं गुस्से में नहीं था, सिर्फ हैरान था: एंडरसन

42 वर्षीय एंडरसन ने कहा कि वह गुस्से से ज्यादा हैरान थे. उन्होंने स्वीकार किया कि खेल से पूरी तरह दूर होना उनके लिए कठिन होता. बर्नले में जन्मे इस क्रिकेटर ने संन्यास लेने के बाद इंग्लैंड टीम के तेज गेंदबाजी कोच का पद संभाला है. एंडरसन ने द गार्डियन को बताया, ''जब मैं उनकी ओर बढ़ा, तो मुझे अजीब महसूस हुआ. यह कोई टीम मूल्यांकन नहीं था, है ना? मुझे फिल्म 'गुडफेलस' में जो पेस्की की तरह लगा, जिसे एक कमरे में बुलाया गया था और उसे गोली मार दी गई थी. मुझे लगता है कि मैं गुस्से में नहीं था, सिर्फ हैरान था. लेकिन सच कहूं तो मैं तब तक खेलता रहता जब तक मेरा शरीर मुझे अनुमति देता. शायद मुझे इस तरह के संकेत की जरूरत थी कि अब समय आ गया है रुकने का.''

'ड्रेसिंग रूम के माहौल का हिस्सा हूं'

एंडरसन ने आगे कहा, "अगर यह मेरे जीवन से पूरी तरह से हट जाता तो मुझे लगता है कि मैं बहुत अच्छा महसूस नहीं करता. तथ्य यह है कि वे चाहते थे कि मैं टीम में बना रहूं, इससे मुझे मदद मिली. मैं अभी भी ड्रेसिंग रूम के माहौल का हिस्सा हूं. अपने साथियों को रोज देख रहा हूं और टेस्ट मैचों में प्रभाव डाल रहा हूं, लेकिन एक अलग तरीके से. '' एंडरसन ने जोर देकर कहा कि वह अपने नए कोचिंग रोल का आनंद ले रहे हैं और नई चीजें सीख रहे हैं. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उनके संन्यास लेने से टीम को फायदा हुआ क्योंकि इससे नए गेंदबाजों को मौका मिला है.

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'एक अलग काम सीख रहा हूं'

एंडरसन ने खुलासा किया, "मुझे यह काफी रोमांचक लगता है कि मैं एक अलग काम सीख रहा हूं. अपने बारे में अधिक जान रहा हूं और यह देख रहा हूं कि मैं इसमें कितना अच्छा हूं. तो यह काफी दिलचस्प रहा है. एक कोच के रूप में मैं अब देख सकता हूं कि इस फैसले से वास्तव में टीम को फायदा हुआ क्योंकि गेंदबाजों को आने और अच्छा प्रदर्शन करने के अधिक अवसर मिले हैं.''

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इंग्लैंड के सामने मुश्किल चुनौतियां

इंग्लैंड के पास आने वाले महीनों में कुछ महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज हैं. टीम न्यूजीलैंड का दौरा करेगी. अगले साल उसे भारत की मेजबानी करनी है. फिर ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज में भी हिस्सा लेना है. एंडरसन ने कहा कि उनका प्राथमिक काम युवा तेज गेंदबाजों को आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करना है.  उन्होंने कहा, ''वे एक साल बाद होने वाली एशेज के लिए करने की कोशिश कर रहे थे. वे सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनके पास पर्याप्त अनुभवी खिलाड़ी हों जो मुकाबला कर सकें."

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