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नई दिल्ली: आज से 11 साल पहले 2 अप्रैल को महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को दूसरा वनडे वर्ल्ड कप दिलाया था. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मैच में भारतीय टीम ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया था. इस वर्ल्ड कप को जीतने के साथ ही धोनी ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था.
कपिल देव ने भारत को 1983 में वेस्टइंडीज को हराकर अपनी कप्तानी में वर्ल्ड कप दिलाया था. उसके बाद धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप भारत की झोली में डाला. इसी के साथ धोनी दो वर्ल्ड कप जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने थे. भारत ने 2007 का टी20 वर्ल्ड भी धोनी की कप्तानी में पाकिस्तान को हराकर जीता था. एक समय भारतीय टीम 114 रनों पर 3 विकेट गंवाकर संकट में नजर आ रही थी, तब धोनी ने पांचवे नंबर पर उतरकर 91 रनों की शानदार पारी खेली थी. उन्होंने नुवान कुलसेकरा की गेंद पर विजयी छक्का लगाया था. धोनी को फाइनल में 'मैन ऑफ द मैच' का अवॉर्ड मिला था.
श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 274 रन बनाए थे. इसके बाद बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम को पहले ही ओवर में लसिथ मलिंगा ने तगड़ा झटका दिया. उसके बाद सचिन तेंदुलकर भी कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए. उन्होंने 18 रन बनाए. उसके बाद गौतम गंभीर ने पहले विराट कोहली और बाद में धोनी के साथ टीम इंडिया को जीत दिलाई. उन्होंने 122 गेंदों में क्लासिक 97 रनों की पारी खेली. उनकी पारी आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा है.
युवराज सिंह ने वर्ल्ड कप 2011 में कातिलाना गेंदबाजी और धाकड़ बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया था. उन्होंने टूर्नामेंट में 362 रन और 15 विकेट हासिल किए थे. इसी वजह से उन्हें मैन ऑफ सीरीज का अवॉर्ड मिला था. उन्होंने वर्ल्ड कप में कई शानदार पारियां खेली थी.