भाला खरीदने के लिए भी नहीं थे पैसे, फिर भी बेस्ट रिजल्ट, अरशद नदीम के पिता ने खोले बड़े-बड़े राज
Advertisement
trendingNow12375988

भाला खरीदने के लिए भी नहीं थे पैसे, फिर भी बेस्ट रिजल्ट, अरशद नदीम के पिता ने खोले बड़े-बड़े राज

Pakistan Arshad Nadeem Story: पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल बोर्ड जब यह तय कर रहा था कि पेरिस ओलंपिक के लिए जाने वाले 7 खिलाड़ियों में से किसका खर्च वहन करना है तो उसे केवल अरशद नदीम और उनके कोच ही इस लायक लगे.

भाला खरीदने के लिए भी नहीं थे पैसे, फिर भी बेस्ट रिजल्ट, अरशद नदीम के पिता ने खोले बड़े-बड़े राज

Arshad Nadeem: पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल बोर्ड जब यह तय कर रहा था कि पेरिस ओलंपिक के लिए जाने वाले 7 खिलाड़ियों में से किसका खर्च वहन करना है तो उसे केवल अरशद नदीम और उनके कोच ही इस लायक लगे. अरशद नदीम और उनके कोच सलमान फैयाज बट भाग्यशाली थे, जिनके हवाई टिकटों का खर्च पीएसबी (पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड) ने वहन किया. पंजाब क्षेत्र के खानेवाल गांव के इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने गुरुवार को भाला फेंक में नए ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीत कर उन पर दिखाए गए भरोसे को सही ठहराया.

अरशद नदीम ने रचा इतिहास 

6 फुट 3 इंच लंबे पाकिस्तानी जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने गुरुवार की रात 92.97 मीटर पर भाला फेंक कर ओलंपिक का नया रिकार्ड बनाने के साथ गोल्ड मेडल जीता. भारत के नीरज चोपड़ा ने भी इस सीजन का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 89.45 मीटर की दूरी नापकर सिल्वर मेडल हासिल किया. यह 11 मुकाबलों में पहला अवसर है जब अरशद नदीम ने नीरज चोपड़ा को पीछे छोड़ा. नीरज चोपड़ा अपने करियर में अभी तक 90 मीटर भाला नहीं फेंक पाए हैं, जबकि अरशद नदीम पहले भी यह कारनामा कर चुके हैं.

ये भी पढ़ें- विनेश फोगाट के लिए आखिरी उम्मीद? भारत सरकार ने उतारा अपना सबसे काबिल ये वकील

भाला खरीदने के लिए भी नहीं थे पैसे 

नीरज चोपड़ा के पास जहां हर तरह की सुविधा उपलब्ध हैं वहीं अरशद नदीम ने ऐसा समय भी देखा था जब उनके पास अपने लिए भाला खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे. अरशद नदीम के पिता मोहम्मद अशरफ ने कहा, ‘लोग नहीं जानते हैं कि अरशद इस मुकाम तक कैसे पहुंचा. उसके दोस्त, गांव के लोग और रिश्तेदार उसके लिए चंदा जुटाते थे ताकि वह अभ्यास और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए दूसरे शहरों की यात्रा कर सके.’

पिता ने खोले बड़े-बड़े राज

पाकिस्तान ने कुल सात खिलाड़ियों को पेरिस भेजा और उनमें से छह अपनी-अपनी स्पर्धाओं के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे. अरशद नदीम के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद से ही उनके घर में जश्न मनाया जाने लगा था तथा उनके माता-पिता गांव वालों में मिठाई बांटने लग गए थे.

सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा नाम

अरशद नदीम पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. अरशद नदीम ने पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल और कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 90.18 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था. अपने करियर में कोहनी, घुटने और पीठ की समस्याओं से जूझने और दूसरे देश के खिलाड़ियों की तरह सुविधाएं नहीं होने के बावजूद अरशद नदीम ने जो कारनामा किया उसे पाकिस्तान के खेल इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा.

अरशद नदीम ने बनाया महारिकॉर्ड 

अरशद नदीम ने पाकिस्तान का ओलंपिक में 32 साल लंबा मेडल का सूखा खत्म करने का काम किया है. ओलंपिक में पाकिस्तान ने इससे पहले साल 1992 में कोई मेडल जीता था. पाकिस्तान ने बार्सिलोना ओलंपिक 1992 में हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसके अलावा अरशद नदीम ने 40 साल बाद ओलंपिक में पाकिस्तान को गोल्ड मेडल दिलाने का कमाल किया है. पाकिस्तान ने आखिरी बार 1984 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था.

Trending news