नई दिल्ली: भारतीय टीम को पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के हाथों 227 रनों से करारी हार झेलनी पड़ी. इस टेस्ट मैच में भारत लगभग सभी डिपार्टमेंट में फेल रहा. भारत को अपने स्पिन गेंदबाजों से काफी उम्मीद थी लेकिन रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के अलावा कोई भी स्पिनर कुछ खास नहीं कर सका. मैच शुरू होने से कुछ ही देर पहले टीम में शामिल हुए शाहबाज नदीम (Shahbaz Nadeem) के ओवरों में इंग्लिश बल्लेबाजों ने जमकर रन लूटे. ऐसे में दूसरे टेस्ट से पहले कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को टीम में शामिल किए जाने की मांग अब जोर पकड़ रही है. आइए देखिए ऐसी चार वजह जिनसे समझ आता है कि कुलदीप का दूसरे टेस्ट में खेलना क्यों जरूरी है.
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) एक चाइनामैन गेंदबाज हैं और इंग्लैंड की टीम के ज्यादातर बल्लेबाजों ने आज तक उनके खिलाफ खेला ही नहीं है. जो रूट और बेन स्टोक्स को हटा दें तो इंग्लैंड के किसी भी बल्लेबाज ने कभी चाइनामैन गेंदबाज को सामना नहीं किया है. ऐसे में कुलदीप अंगरेजों के लिए नई चुनौती पैदा कर सकते हैं.
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) अपनी गेंदबाजी में लगातार वेरिएशन करने में माहिर हैं. कुलदीप कलाई के स्पिनर हैं और उनके पास लेग स्पिन, गूगली, फ्लिपर और लेग ब्रेक गेंदे डालने की अच्छी कला है. ऐसे में चेन्नई की पिच पर वे काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं क्योंकि पहले टेस्ट में ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने वाले नदीम और वॉशिंगटन सुंदर ने काफी रन लुटाए थे.
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने पिछले दो साल से भारत के लिए एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है और वे लगातार टीम में होने के बाद भी खाली बेंच ही गरम कर रहें हैं. ऐसे में अगर उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में जगह मिलती है तो वे निश्चित ही अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे. कुलदीप ने अपना आखिरी टेस्ट 2 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. चौंकाने वाली बात ये है कि कुलदीप ने उस मैच में 5 विकेट झटके थे, इसके बावजूद भी उन्हें अबतक मौका नहीं दिया गया है.
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) के टेस्ट आंकड़े शानदार हैं. उन्होंने भारत के लिए अब तक 6 ही टेस्ट खेले हैं, लेकिन उनमें उनके नाम 24.1 की शानदार औसत के साथ 24 विकेट हैं. उन्होंने अपने टेस्ट करियर में अबतक दो बार एक ही पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट झटके हैं.
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