International Cricket: इस साल कई क्रिकेटर्स वर्ल्ड कप के आसपास इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर हुए.
टीम इंडिया को साल 2011 में विश्व कप दिलाने वाले युवराज सिंह अपने 18 साल के जुझारू करियर को विश्व कप शुरु होने के कुछ समय बाद ही संन्यास की घोषणा की. 2011 विश्व के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किए गए युवराज सिंह 2015 और उसके बाद 2019 विश्व कप में जगह बनाने में नाकाम रहे. युवी के नाम टी20 इंटरनेशनल में एक ओवर में छह छक्के लगाने का रिकॉर्ड अब भी कायम है.
2019 विश्व कप में पाकिस्तान का सफर खत्म होने के बाद पाकिस्तान के अनुभवी ऑलराउंडर शोएब मलिक ने संन्यास की घोषणा की थी. 1990 से पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वाले 37 साल के शोएब ने पाकिस्तान के लिे 287 वनडे में 7534 रन बनाए हैं. इसके अलावा उनके नाम 158 विकेट भी हैं.
विश्व कप में अब तक सबसे ज्यादा हैट्रिक लेने वाले श्रीलंका के लसिथ मलिंगा ने इस साल इंटरनेशनल क्रिकेट से जुलाई में संन्यास लिया. लंबे समय तक अपनी टीम के लिए मैच विनर रहे मलिंगा ने 226 वनडे में 338 विकेट लिए और अपने करियर का अंत टी20 कप्तान के रूप में किया.
अंबाती रायडू को पिछले एक साल से टीम इंडिया के नंबर चार की समस्या का हल माना जा रहा था, लेकिन विश्व कप आते आते उनका प्रदर्शन कुछ कमजोर हो गया. इसकी वजह से उनका विश्व कप 2019 में चयन नहीं हुआ. इसके बाद ही उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया. रायडू का रिटारमेंट काफी चौंकाने वाला रहा है. रायडू ने 55 वनडे में 1694 रन बनाए थे. इस दौरान 47.05 के औसत से उन्होंने 10 अर्धशतक लगाए.
दक्षिण अफ्रीका के लिए साल 2019 काफी निराशाजनक रहा. अपने बेहतरीन प्रदर्शन से दुनिया में तहलका मचाने वाले स्टेन इस साल चोटों से काफी परेशान रहे. 2019 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान भी वे चोटिल हो गए थे. स्टेन दक्षिण अफ्रीका के सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले बॉलर हैं. उन्होंने 93 टेस्ट में 439 विकेट लिए हैं. वे लंबे समय तक टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर रहे. फिलहाल स्टेन ने केवल टेस्ट से ही संन्यास लिया है.
पाकिस्तान के लिए सबसे चौंकाने वाला संन्यास का ऐलान मोहम्मद आमिर का रहा. वनडे विश्व कप में सफल प्रदर्शन के बावजूद आमिर ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. मोहम्मद आमिर ने इंग्लैंड में विश्व कप से पहले इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था. उनके संन्यास के ऐलान के बाद इस बात के कयास खूब लगे कि वे पाकिस्तान छोड़ अपनी अंग्रेज पत्नी के साथ इंग्लैंड में बसने की तैयारी में हैं. उन्होंने 36 टेस्ट में 119 विकेट लिए.
दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर जेपी डुमिनी ने आईसीसी विश्व कप के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. डुमिनी के लिए यह साल बुत खराब रहा और वे इस साल अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदिर्शन नहीं कर सके. डुमिनी ने 199 वनडे मैचों में 5117 रन बनाए थे. डुमिनी अपनी तेज पारियों के लिए मशहूर रहे हैं और कई बार अपनी टीम के लिए बेहतरीन फिनिशिंग पारियां खेली हैं.
दक्षिण अफ्रीका के धाकड़ बल्लेबाज हाशिम आमला ने अगस्त 2019 में संन्यास का ऐलान किया. उन्होंने 124 टेस्ट में 28 सेंचुरी के साथ 9282 रन बनाए थे. उनके नाम वनडे में सबसे तेज 3000, 4000, 5000, और 7000 रन बनाने का रिकॉर्ड है. उनके नाम 27 वनडे सेंचुरी हैं.
दक्षिण अफ्रीका के ही दिग्गज लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने भी वर्ल्ड कप के बाद संन्यास लिया. 107 वनडे मैचों में ताहिर ने 173 विकेट लिए जिनमें 45 रन देकर 7 विकेट उनका बेस्ट परफॉर्मंस रहा. उन्होंने लंबे समय तक दक्षिण अफ्रीका के स्पिन विभाग की अगुआई की. उनके नाम विश्व कप की पहली गेंद पर विकेट लेने का भी रिकॉर्ड है. उन्होंने इसी साल हुए विश्व कप में मेजबान इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टॉ को पहली गेंद पर आउट हुए.
पीटर सिडल ने साल के आखिरी में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 67 टेस्ट मैच खेले जिसमें 221 विकेट हासिल किए. उनका अंतिम टेस्ट मैच इस साल के एशेज सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दो मैचों के बाद ही उन्होंने संन्यास का ऐलान किया. वे इस सीरीज की टीम में भी शामिल थे लेकिन प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना सके.
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