Rishabh Pant: लगता था दो साल लगेंगे.. इतना दर्द कि रोने लगे... NCA में कैसे बीते ऋषभ पंत के वो मुश्किल दिन?
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Rishabh Pant: लगता था दो साल लगेंगे.. इतना दर्द कि रोने लगे... NCA में कैसे बीते ऋषभ पंत के वो मुश्किल दिन?

लगभग 15 महीने बाद मैदान पर वापसी करने को तैयार टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को लेकर NCA के फिजियोथेरेपिस्ट ने काफी कुछ बताया है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स को लगता था दो साल लगेंगे लेकिन पंत ने तेजी से रिकवरी की.

Rishabh Pant: लगता था दो साल लगेंगे.. इतना दर्द कि रोने लगे... NCA में कैसे बीते ऋषभ पंत के वो मुश्किल दिन?

Rishabh pant Miracle Man Part-2: ऋषभ पंत की मानसिक दृढता और जिम्नास्टिक खेलने का अनुभव होने से इस विकेटकीपर बल्लेबाज को जल्दी रिकवरी करने में मदद मिली. दिल्ली-देहरादून हाइवे पर दिसंबर 2022 में हुए भयावह कार हादसे के बाद पंत को 22 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल में खेलने की अनुमति मिल गई है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उन्हें बतौर विकेटकीपर बल्लेबाजी फिट घोषित कर दिया है. अब BCCI ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पंत की 'मिरेकल मैन पार्ट-2' का वीडियो शेयर किया है, जिसमें नेशनल क्रिकेट अकेडमी के फिजियोथेरेपिस्ट समेत अन्य लोग उनकी रिकवरी के बारे में बता रहे हैं.

हल्का सा जर्क और...

नेशनल क्रिकेट अकेडमी के फिजियोथेरेपिस्ट तुलसी युवराज ने पंत को लेकर बताया, 'जब हमें पता चला कि उनका एक्सीडेंट हो गया है तो हमारे स्पोर्ट्स के हेड ने हमें रिहैब के शुरुआती स्टेप से स्टार्ट करना है. मैंने जो पहल चीज देखी वह थी कि पंत भारी दर्द में थे. वार्ड बॉय उनके(पंत) के स्ट्रेचर को रूम की तरफ पुश कर रहा था तभी वह हल्का का किसी से टकरा गया और ऋषभ पंत दर्द के चलते चिल्लाने लगे. बस हल्का सा झटका था, जिसके बाद पंत को काफी दर्द हुए और वह तुरंत ही रोने लगे, तब मुझे पता लगा कि वह कितने दर्द में हैं और उनके साथ कितनी बड़ी घटना हुई है.'

लगता था कि दो साल लगेंगे...

तुलसी युवराज ने ;बीसीसीआई टीवी; से कहा, 'उसके भीतर की मानसिक दृढता और आत्मविश्वास से उसने रिहैब के दौरान हमें शत प्रतिशत देने के लिये प्रेरित किया.' उन्होंने आगे कहा, 'डॉक्टरों को लगता था कि उसे दो साल लगेंगे. एक बार एनसीए आने के बाद वह तेजी से रिकवर करता गया.' एनसीए में स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच निशांता बारदोलोइ ने कहा कि पंत बचपन में जिम्नास्ट भी रहे हैं, जिससे उनकी रिकवरी में मदद मिली. उन्होंने कहा, 'ऋषभ की जिम्नास्टिक की पृष्ठभूमि होने से हमें काफी मदद मिली. कई चीजों में यह बड़ा काम आया मसलन जब उसे लगता कि वह आगे नहीं बढ़ सकता है तो वह दोबारा अपने पैरों पर खड़ा हो पाता था.' 

रिहैब काफी उबाऊ होता है...

पंत ने रिकवरी के लिये कोई कसर बाकी नहीं रखी, लेकिन उन्हें यह प्रक्रिया उबाऊ लगी. पंत ने कहा, 'रिहैब (चोट के बाद फिटनेस फिर हासिल करने का दौर) काफी उबाऊ होता है. बार-बार एक ही चीज करना, लेकिन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता. जितना अधिक करेंगे, उतना ही जल्दी ठीक होंगे.' उन्होंने कहा, 'मैदान पर लौटकर बहुत खुश हूं. क्रिकेट के लिये मेरा प्यार बढ गया है. पहले भी मुझे इससे मुहब्बत थी, लेकिन अब यह बेइंतहा हो गई है.'

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