श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया में कई खिलाड़ियों को मौका दिया गया. युवा खिलाड़ियों ने भी इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन भी किया. लेकिन इस सीरीज में एक खिलाड़ी प्लॉप भी रहा जिसको पूर्व भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर ने लताड़ लगाई है.
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नई दिल्ली: टीम इंडिया 2021 टी20 वर्ल्डकप की हार से सबक ले चुकी है और रोहित शर्मा के कप्तान बनने के बाद टीम में लगातार बदलाव भी देखने को मिल करे है ताकि 2022 टी20 वर्ल्डकप से पहले टीम इंडिया के पास एक मजबूत टीम हो. श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. टीम में कई खिलाड़ियों को मौका दिया गया. टी20 सीरीज में विराट कोहली और ऋषभ पंत को आराम दिया गया था. इस चीज का फायदा कई खिलाड़ी उठाते दिए और जमकर प्रदर्शन भी किया. लेकिन एक खिलाड़ी इस मौके को भुनाने में एक बार फिर नाकामयाब रहा. जिससे पूर्व भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर नाखुश दिखे.
वसीम जाफर हमेशा भारतीय टीम के प्रदर्शन पर अपनी राय रखते रहते हैं. टीम अच्छा खेलती है तो तारीफ भी करते है, लेकिन कोई खिलाड़ी फ्लॉप रहे तो उसकी बात करने में भी जाफर पीछे नहीं रहते. इस सीरीज में जाफर को संजू सैमसन के प्रदर्शन ने नाखुश किया. क्रिकइंफो पर जाफर ने संजू के प्रदर्शन पर बात करते हुए कहा,' संजू ने निश्चित रूप से अपने अवसरों को नहीं भुनाया है. आखिरी दो मैच उनके लिए तीसरे विकेटकीपिंग विकल्प या बल्लेबाज के रूप में अपना दावा पेश करने का एक मौका था. संजू दूसरे लोगों की तरह अपने अवसरों को भुना नहीं पाया. इसलिए मैं वास्तव में दुखी हूं.'
इस सीरीज में ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में टीम में शामिल किये केरल के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन करने में नाकामयाब रहे. सैमसन को टीम मैनेजमेंट ने भरोसा दिखाते हुए इस सीरीज के लिए चुना था लेकिन उन्होंने मौके को सही से नहीं भुनाया. संजू को इस सीरीज में तीनो मुकाबले खेलने का मौका मिला. पहले मैच में संजू की बल्लेबाजी नहीं आई, दूसरे टी20 में नंबर 4 पर खेलते हुए 18 गेंदों में 39 रन की तेज पारी खेली और आखिरी मैच में ओपन करते हुए संजू ने 12 गेंदों में 18 रन ही बनाये.
श्रीलंका के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में एक बार फिर से सैमसन में निरंतरता की कमी और अपनी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील न कर पाने की कमी दिखी. इस सीरीज में सैमसन के पास अपने बैकअप विकेटकीपर और बल्लेबाज की जगह के लिए मजबूती से दावा पेश करने का सुनहरा मौका था. संजू को इस सीरीज में अच्छी शुरुआत भी मिली लेकिन बड़ी पारी खेलने में संजू फेल रहे. संजू ने इस सीरीज में 3 मैचों में 28.50 की औसत से 57 रन ही बनाए. संजू का सर्वाधिक स्कोर 37 ही रहा.