15 मैचों में 96 विकेट... वो खूंखार स्पिनर जिसने सबको 'बोल्ड' कर बनाया महारिकॉर्ड, अश्विन भी कोसों दूर
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15 मैचों में 96 विकेट... वो खूंखार स्पिनर जिसने सबको 'बोल्ड' कर बनाया महारिकॉर्ड, अश्विन भी कोसों दूर

शेन वॉर्न का नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर्स में शुमार है. उन्होंने अपने करियर में कुछ तो ऐसी गेंदें फेंकी, जो किसी जादू से कम नहीं थीं. शेन वॉर्न के नाम एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जो उन्होंने 2005 में बनाया और अब तक कायम है. भारत के वर्तमान में सबसे सफल स्पिनर अश्विन भी इसे अब तक तोड़ नहीं पाए हैं.

15 मैचों में 96 विकेट... वो खूंखार स्पिनर जिसने सबको 'बोल्ड' कर बनाया महारिकॉर्ड, अश्विन भी कोसों दूर

Shane Warne : शेन वॉर्न का नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर्स में शुमार है. उन्होंने अपने करियर में कुछ तो ऐसी गेंदें फेंकी, जो किसी जादू से कम नहीं थीं. इस दिग्गज के नाम एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जो उन्होंने 2005 में बनाया और अब तक कायम है. भारत के वर्तमान में सबसे सफल स्पिनर अश्विन भी इसे अब तक तोड़ नहीं पाए हैं. यहां तक कि भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले महान बॉलर अनिल कुंबले और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज मुरलीधरन भी शेन वॉर्न के इस रिकॉर्ड को धवस्त नहीं कर सके, जिन्होंने 2008 तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. आइए जानते हैं इस रिकॉर्ड के बारे में...

2005 में मचाया गदर

वैसे तो शेन वॉर्न ने अपने पूरे इंटरनेशनल करियर में कमाल की गेंदबाजी की, लेकिन 2005 वो साल रहा, जब उनके हाथ से निकली हर गेंद देख ऐसा लगता था कि इस पर विकेट मिलेगा. ये है इसलिए कह रहे हैं क्योंकि वॉर्न ने 2005 में 15 टेस्ट मैच खेले और 96 बल्लेबाजों को आउट किया. यह किसी एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड भी है, जो अब तक कायम है. दुनिया में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले मुरलीधरन भी इसे तोड़ नहीं पाए. वॉर्न ने इस साल टेस्ट में 2 बार 10 विकेट हॉल और 6 बार 5 विकेट हॉल भी नाम किया. वह इस साल बल्लेबाजों के लिए काल बने हुए थे. 2005 में वॉर्न ने शानदार फॉर्म दिखाते हुए दिग्गज से दिग्गज बल्लेबाजों को 'बोल्ड' किया.

मुरलीधरन और कुंबले भी नहीं तोड़ पाए

श्रीलंकाई दिग्गज मुथैया मुरलीधरन और भारत के लेगब्रेक गूगली बॉलर अनिल कुंबले भी वॉर्न के इस रिकॉर्ड को तोड़ने में सफल नहीं रहे. मुरलीधरन ने 2006 में शानदार गेंदबाजी दिखाई और 11 टेस्ट मैचों में कुल 90 विकेट चटकाए, लेकिन वॉर्न से 6 विकेट पीछे रहे. वहीं, अनिल कुंबले के लिए 2004 टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल साल रहा, जिसमें  उन्होंने 12 मैच खेलते हुए कुल 74 विकेट चटकाए.

कोसों दूर हैं अश्विन

भारतीय क्रिकेट टीम के वर्तमान स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, जिनके नाम टेस्ट में 500 से ज्यादा विकेट हैं, वो भी शेन वॉर्न के रिकॉर्ड तोड़ने में अब तक सफल नहीं रहे हैं. वह इस रिकॉर्ड के कभी नजदीक भी नहीं पहुंच पाए हैं. अश्विन के टेस्ट करियर का अब तक का सर्वश्रेष्ठ साल 2016 रहा, जिसमें उन्होंने 12 मैच खेले और 72 बल्लेबाजों को आउट किया. इस साल अश्विन ने 3 बार 10 विकेट हॉल नाम किया था.

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