Sixes Banned: क्रिकेट के खेल में चौकों और छक्कों की जरूरत फैंस और टीम दोनों को होती है. फैंस ताबड़तोड़ पारियों का लुत्फ उठाते हैं, वहीं बल्लेबाज अपनी आक्रामकता दिखाकर टीम सुर्खियां बटोरते हैं. छक्कों का नाता क्रिकेट से हमेशा जुड़ा रहेगा, लेकिन इंग्लैंड के क्रिकेट क्लब ने इस नाते को तोड़ दिया है. वहां छक्का लगाया तो बल्लेबाज को अपना विकेट तक गंवाना पड़ सकता है.
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Banned on Sixes: क्रिकेट के खेल में चौकों और छक्कों की जरूरत फैंस और टीम दोनों को होती है. फैंस ताबड़तोड़ पारियों का लुत्फ उठाते हैं, वहीं बल्लेबाज अपनी आक्रामकता दिखाकर टीम सुर्खियां बटोरते हैं. छक्कों का नाता क्रिकेट से हमेशा जुड़ा रहेगा, लेकिन इंग्लैंड के क्रिकेट क्लब ने इस नाते को तोड़ दिया है. वहां छक्का लगाया तो बल्लेबाज को अपना विकेट तक गंवाना पड़ सकता है. इंग्लैंड में स्थित साउथविक और शोरहैम क्रिकेट क्लब ने खिलाड़ियों ये अजीबोगरीब एक्शन लिया है.
क्या है वजह?
छक्कों पर बैन लगाने वाली बात काफी अजीब लग सकती है. लेकिन इसके पीछे की वजह इससे भी ज्यादा दिलचस्प है. वजह जानकर हर कोई कह सकता है कि यह फैसला क्लब के लिए आसान नहीं होगा. क्लब ने यह फैसला लिया क्योंकि मैदान के आसपास रह रहे लोगों ने अपनी प्रॉपर्टी को नुकसान होने का हवाला देकर शिकायत दर्ज करवाई थी. इतना ही नहीं, मैच देखने आ रहे लोगों को चोट और गाड़ी टूटने के केस लगातार बढ़ते जा रहे थे. इस दिक्कत से छुटकारा पाने के लिए क्लब की तरफ से ये नियम बना दिया गया.
पहले छक्के पर मिलेगी वॉर्निंग
इस नियम में प्रावधान ये भी है कि बल्लेबाज ने छक्का लगाया तो उसे आउट करार दिया जाएगा. हालांकि, इसमें छूट बस इतनी है कि पहला छक्का लगाने पर बल्लेबाज को वॉर्न किया जाएगा. लेकिन वॉर्निंग मिलने के बाद भी अगर छक्का लगता है तो उसे आउट दिया जाएगा. पहले छक्के की वॉर्निंग में टीम को 6 रन भी नहीं दिए जाएंगे. इस मामले पर साउथविक और शोरहैम क्रिकेट क्लब के कोषाध्यक्ष मार्क ब्रोक्सअप ने पूरी जानकारी दी. उनके मुताबिक कि इंश्योरेंस क्लेम और कानूनी कार्यवाही के कारण होने वाले खर्च से बचने के लिए इस नियम को बनाया गया है.
क्या बोले कोषाध्यक्ष?
कोषाध्यक्ष ने इस नियम को लेकर कहा, 'पुराने समय में क्रिकेट शांत वातावरण में खेला जाता था. लेकिन टी20 और सीमित ओवरों का क्रिकेट आने के बाद इस खेल में ज्यादा आक्रामकता दिखाई पड़ने लगी है.दरअसल स्टेडियम के नजदीक रहने वाले एक 80 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति का कहना था कि आजकल के खिलाड़ियों में इतना जोश आ गया है कि छक्के लगाने के लिए उनके सामने स्टेडियम भी छोटा पड़ रहा है.' हालांकि, इस नियम के बाद कई खिलाड़ी विरोध भी जता रहे हैं.