'मैंने पेट में ही सीख लिया क्रिकेट..' स्मृति मंधाना की दिलचस्प कहानी, पिता का सपना किया पूरा
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'मैंने पेट में ही सीख लिया क्रिकेट..' स्मृति मंधाना की दिलचस्प कहानी, पिता का सपना किया पूरा

Women's T20 World Cup 2024: महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए मंच सज चुका है. टीम इंडिया अपना पहला मुकाबला 4 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने के लिए तैयार है. सभी की नजरें हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना जैसी स्टार प्लेयर्स पर जमी हुई हैं. मंधाना ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर बेहद ही दिलचस्प कहानी शेयर की. 

 

Smriti Mandhana

Women's T20 World Cup 2024: महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए मंच सज चुका है. टीम इंडिया अपना पहला मुकाबला 4 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने के लिए तैयार है. सभी की नजरें हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना जैसी स्टार प्लेयर्स पर जमी हुई हैं. मंधाना ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर बेहद ही दिलचस्प कहानी शेयर की. स्मृति मंधाना ने बताया कि वह अपने पिता के क्रिकेट के प्रति प्रेम के कारण एक क्रिकेट प्रेमी परिवार में पली-बढ़ी थीं.

भाई भी खेलते थे क्रिकेट

स्मृति मंधाना के भाई भी क्रिकेट खेलते थे और मंधाना उनके साथ ही प्रैक्टिस करती थीं. क्रिकेट के प्रति जुनून शुरुआत में मंधाना में नहीं था, लेकिन बल्लेबाजी उन्हें काफी पसंद थी. वह खेल में सिर्फ बल्लेबाजी करना पसंद करती थीं. कुछ समय बाद भाई क्रिकेट से दूर हो गए और मंधाना ने पिता का सपना पूरा करने का जिम्मा अपने कंधों पर ले लिया. मंधाना अब महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया का हिस्सा हैं और छठी बार इस टूर्नामेंट को खेलने उतरेंगी.

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'पेट में सीख लिया क्रिकेट'

मंधाना महाराष्ट्र के सांगली से आती हैं. उन्होंने RCB पॉडकास्ट में मंधाना ने बताया था कि, 'मैं अपने घर पर मजाक करती थी कि मैंने क्रिकेट तब सीखा जब मैं अपनी माँ के पेट में थी. मेरे लिए, क्रिकेट से ज्यादा बैटिंग के प्रति अधिक जुनून था. क्रिकेट को करियर बनाने की पूरी बात बहुत बाद में शुरू हुई, जब मैं लगभग 9-10 साल की थी. लेकिन मुझे याद है कि बड़े होने पर मुझे बल्लेबाजी से प्यार था.'

मां का मिला सपोर्ट

मां ने मंधाना को क्रिकेट में फुल सपोर्ट किया. उन्होंने कहा, 'जो भी करना है करो लेकिन इसे पूरी तरह से करो, जितना संभव हो उतना कठिन परिश्रम करो. मुंबई और पुणे जैसे मेट्रो शहरों में बुनियादी ढांचा निश्चित रूप से बेहतर है, लेकिन सांगली में मुझे काफी सपोर्ट मिला. मुझे ऐसा लगा कि सांगली का पूरा क्रिकेट जगत चाहता था कि मैं भारत के लिए खेलूं.'

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