नो बाउंड्री चैलेंज: गावस्कर के पार्टनर के नाम नायाब रिकॉर्ड, बिन बाउंड्री ठोके इतने रन कि बॉलर-फील्डर हुए लाचार
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नो बाउंड्री चैलेंज: गावस्कर के पार्टनर के नाम नायाब रिकॉर्ड, बिन बाउंड्री ठोके इतने रन कि बॉलर-फील्डर हुए लाचार

Unique Cricket Records: भारत के महान दिग्गज सुनील गावस्कर ने टेस्ट में कई बड़े रिकॉर्ड्स को कायम किया, जिसमें से कुछ आज भी अटूट हैं. लेकिन एक कहानी उनके ओपनिंग पार्टनर चेतन चौहान की है जब उन्होंने बाउंड्री से परे क्रिकेट खेला और गेंदबाजो के नाको चने चबवा दिए थे.

 

Sunil Gavaskar

Unique Record of Cricket: क्रिकेट के खेल में चौकों और छक्कों को देख फैंस का खासा मनोरंजन हो जाता है. लेकिन गेंदबाजों और बल्लेबाजों की असली परीक्षा टेस्ट फॉर्मेट में देखने को मिलती है. गेंदबाज बल्ले की ढाल को तोड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते. इतिहास में कई दिग्गज खिलाड़ियों ने क्रीज पर ऐसा खूंटा गाढ़ा है कि गेंदबाजों के घंटो पसीने छूटते रहे. आज कुछ ऐसी ही कहानी हम सुनील गावस्कर के पार्टनर चेतन चौहान के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने गेंदबाजों को रहम की भीख मांगने पर मजबूर कर दिया था. 

ले लिया था नो बाउंड्री चैलेंज

चेतन चौहान अपने दौर में जाने-माने खिलाड़ी रहे. उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट में 6 बार 80 से ज्यादा रन बनाए और दो बार नर्वस नाइंटीज का शिकार भी हुए. लेकिन किस्मत ऐसी रूठी थी कि उनके नाम टेस्ट करियर में एक भी शतक का ठप्पा नहीं लग सका. टेस्‍ट क्रिकेट में सुनील गावस्‍कर के आदर्श ओपनिंग पार्टनर साबित हुए. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में घरेलू मैदान वानखेड़े पर ऐसी पारी खेली जो आज भी टेस्ट क्रिकेट के रिकॉर्डबुक में दर्ज है. जिसमें उन्होंने एक भी बाउंड्री नहीं लगाई. 

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तंग आ गए थे गेंदबाज

चेतन चौहान ने अपना पैर 1978 में वेस्टइंडीज के खिलाफ क्रीज पर अंगद की तरह जमा लिया था. उन्होंने अपनी बैटिंग टेक्निक से फील्डर्स को खूब दौड़ाया. चेतन चौहान ने 219 मिनट तक बल्लेबाजी की और 167 गेंदे खेली. इस दौरान उन्होंने एक भी चौका या छक्का नहीं था और 52 रन बना लिए. उनका ये रिकॉर्ड आज भी रिकॉर्डलिस्ट में दर्ज है. 

एक और भारतीय के नाम ये रिकॉर्ड

चेतन चौहान से पहले एक और भारतीय बल्लेबाज ने बिना बाउंड्री अर्धशतक ठोकने पर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. साल 1971 में ओवल के मैदान पर टीम इंडिया ने इंग्लैंड को करारी शिकस्त दी थी. जिसमें विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर ने भी अहम भूमिका निभाई.  मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने उतरे फारुख ने 111 गेंद में बिना कोई चौका-छक्का लगाए 59 रन की बेहतरीन पारी को अंजाम दिया था.

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