T20 World Cup 2021 के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया का सामना न्यूजीलैंड से होना है. दोनों ही टीमें अपना पहला खिताब जीतने के लिए बेताब हैं.
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नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने खिलाड़ियों के जोशिले प्रदर्शन से रविवार को यहां विरोधी टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में जीत हासिल कर पहली टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम करने के लिए बेताब होगी. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों ने अपने सेमीफाइनल मुकाबले जिस अंदाज में जीते थे, उसे देखते हुए ‘रिंग ऑफ फायर’ में एक और नाटकीय मैच की उम्मीद की जा सकती है.
ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर के क्रिकेट में रिकार्ड पांच वर्ल्ड कप खिताब जीते हैं लेकिन दिलचस्प बात है कि वह अभी तक टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर पाया है. वहीं दूसरी ओर न्यूजीलैंड हमेशा आईसीसी की प्रतियोगिताओं में निरंतर प्रदर्शन करती रही है और अब लगता है कि केन विलियमसन के कुशल नेतृत्व में उसके पास आगे बढ़ने का आत्मविश्वास मौजूद है. यह उनका पहला टी20 वर्ल्ड कप फाइनल होगा और अगर वे इसे जीत जाते हैं तो यह देश के लिए शानदार उपलब्धि होगी जहां से लगातार विश्व स्तरीय खिलाड़ी निकलते रहते हैं.
जहां तक दोनों टीमों के बीच टी20 भिड़ंत की बात की जाए तो ऑस्ट्रेलिया का हमेशा न्यूजीलैंड पर दबदबा रहा है. लेकिन न्यूजीलैंड ने भारत में 2016 चरण में विश्व कप में अपनी एकमात्र भिड़ंत में जीत हासिल की थी. दोनों टीमों के बीच विश्व कप फाइनल का अंतिम मुकाबला 2015 में 50 ओवर फॉर्मेट में रहा था जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने फतह हासिल की थी जिसने तब से कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है. दोनों टीमों के फैंस को अपने टीवी सेट पर यह मुकाबला देखने के लिए रात तक जागना होगा क्योंकि दोनों ही देशों में यह मध्यरात्रि के बाद शुरू होगा.
ग्रुप चरण में न्यूजीलैंड सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने वाली टीम रही है, जिसने सेमीफाइनल में टूर्नामेंट से पहले प्रबल दावेदार माने जा रही टीम के खिलाफ अपनी शानदार बल्लेबाजी का नजारा पेश किया. मार्टिन गुप्टिल का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 में रिकार्ड काफी अच्छा है और उनके सलामी जोड़ीदार डेरिल मिशेल भी अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने के बाद फाइनल में खेलेंगे. कप्तान केन विलियमसन से हालांकि बड़ी पारी का इंतजार है और रविवार को उनसे इस मौके पर अच्छा करने की उम्मीद है.
जिम्मी नीशाम ने इंग्लैंड के खिलाफ मिडिल ऑर्डर में अपनी अहमियत साबित की लेकिन न्यूजीलैंड को डेवोन कॉनवे की कमी खलेगी जो सेमीफाइनल में आउट होने की निराशा में बल्ला पटखने के कारण हाथ चोटिल करा बैठे जिससे उनकी जगह टिम सिफर्ट खेलेंगे. टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट की अनुभवी तेज गेंदबाजी जोड़ी से ऑस्ट्रेलियाई ओपनिंग बल्लेबाज आरोन फिंच और डेविड वॉर्नर पर पावरप्ले में लगाम कसे रखने की उम्मीद है. एडम मिल्न ने भी तीसरे तेज गेंदबाज के तोर पर अच्छा काम किया है जबकि लेग स्पिनर ईश सोढी मध्य के ओवरों में प्रभावशाली रहे हैं.
फिंच सेमीफाइनल में पाकिस्तान के शाहीन शाह अफरीदी की तेज इनस्विंगर से गच्चा खा गए लेकिन वह न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने 251 रन में इजाफा करना चाहेंगे. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 में उनके नाम सबसे ज्यादा रन हैं. पिछली दो पारियों में वार्नर ने दिखा दिया कि फॉर्म अस्थायी होती है और ‘क्लास’ स्थायी और पूरी उम्मीद है कि वह फाइनल में अपने बल्ले से धमाल दिखाएंगे. वहीं ग्लेन मैक्सवेल और स्टीव स्मिथ से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो अभी तक टूर्नामेंट में बड़ा प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं. मार्कस स्टोइनिस और मैथ्यू वेड ने पाकिस्तान के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार जीत दिलाई जिससे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम बेहतर नतीजे के लिए पूरी तरह तैयार दिखती है.