Test Unbreakable World Records: टेस्ट क्रिकेट में एक से बढ़कर एक क्लासिकल बल्लेबाज हुए. सुनील गावस्कर से लेकर सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने इस खेल की शान को बढ़ाया. दूसरी ओर, विवियन रिचर्ड्स, वीरेंद्र सहवाग, एडम गिलक्रिस्ट और ब्रैंडन मैकुलम जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों ने भी इस फॉर्मेट में तहलका मचाया.
Trending Photos
Test Unbreakable World Records: टेस्ट क्रिकेट में एक से बढ़कर एक क्लासिकल बल्लेबाज हुए. सुनील गावस्कर से लेकर सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने इस खेल की शान को बढ़ाया. दूसरी ओर, विवियन रिचर्ड्स, वीरेंद्र सहवाग, एडम गिलक्रिस्ट और ब्रैंडन मैकुलम जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों ने भी इस फॉर्मेट में तहलका मचाया. टेस्ट में कई ऐसे रिकॉर्ड है जिसके बारे में फैंस का मालूम नहीं है या उन्हें याद नहीं है. हम एक ऐसे रिकॉर्ड के बारे में ही आपको बता रहे हैं.
9 ओवर में शतक!
टेस्ट क्रिकेट में एक बल्लेबाज ने सिर्फ 9 ओवर के बराबर गेंद खेलकर शतक ठोक दिया था. खास बात यह है कि उसने अपने टेस्ट करियर के आखिरी मैच में यह उपलब्धि हासिल की थी. विस्फोटक बल्लेबाज ने पहले ही बता दिया था कि वह रिटायरमेंट ले रहा है और फिर उसने मैदान पर तहलका मचा दिया. हम बात कर रहे हैं न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और खूंखार बल्लेबाज ब्रैंडन मैकुलम की. उन्होंने अपने टेस्ट करियर का समापन वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर किया था.
मैकुलम ने ऑस्ट्रेलिया की कर दी थी धुनाई
टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम के नाम है. उन्होंने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन यह कारनामा किया था.20 फरवरी, 2016 को क्राइस्टचर्च में खेले गए टेस्ट मैच में इस बल्लेबाज ने सिर्फ 54 गेंदों में शतक पूरा कर लिया था. यह मैकुलम का इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले अंतिम टेस्ट मैच था, जिसमें उन्होंने 16 चौके और चार छक्के लगाए थे.
ये भी पढ़ें: Yashasvi Jaiswal Girlfriend: कौन है विस्फोटक ओपनर यशस्वी जायसवाल की गर्लफ्रेंड? 3 साल से चल रहा रिलेशनशिप
रिचर्ड्स और मिस्बाह का टूटा था रिकॉर्ड
सबसे तेज टेस्ट शतक बनाने का पिछला रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के सर विवियन रिचर्ड्स और पाकिस्तान के मिसबाह-उल-हक के नाम था.दोनों खिलाड़ियों ने 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ और 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्रमशः 56 गेंदों में शतक पूरा किया था. क्राइस्टचर्च में खेले गए दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बॉलिंग करने का फैसला किया और मैकुलम का गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया. अपने 101वें और अंतिम टेस्ट मैच में कीवी कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली गेंद से ही आक्रमक रवैया अपनाया और न्यूजीलैंड के 32 विकेट पर 3 होने के बावजूद जबरदस्त पलटवार किया.
ये भी पढ़ें: असंभव: कोई नहीं तोड़ पाएगा विराट कोहली के ये 5 रिकॉर्ड! करीब पहुंचने में भी छूट जाएंगे पसीने
बाउंड्री से पूरा किया था शतक
मैकुलम ने दिन के पहले ओवर में मिचेल मार्श के खिलाफ दो चौके और 21 रन बनाए. वह 39 रन पर आउट हो गए थे, लेकिन तेज गेंदबाज जेम्स पैटिंसन ने ओवरस्टेप किया था और गेंद को नो-बॉल करार दिया गया. इसके बाद तो मैकुलम ने और ज्यादा ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की. उन्होंने सिर्फ 34 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने इसके बाद भी कंगारू टीम को मारना जारी रखा. 53 गेंदों में 96 रन बनाए. अगली डिलीवरी में उन्होंने अपना 16वां बाउंड्री लगाया और 12वां टेस्ट शतक पूरा किया. वह 145 रन बनाकर आउट हुए. उन्होंने कोरी एंडरसन के साथ मिलकर 179 रन की साझेदारी की थी.
ये भी पढ़ें: ...तो टीम इंडिया से बाहर होगा इंग्लैंड की धुनाई करने वाला बैटर? ऐसी हो सकती है प्लेइंग-11
अब तक कायम है मैकुलम का रिकॉर्ड
मैकुलम के तेजतर्रार काउंटर-अटैक ने उनकी टीम को पहली पारी में 370 रन बनाने में मदद की. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट से मैच जीत लिया और दो मैचों की सीरीज को 2-0 से जीत लिया था. फिर भी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले अपने अंतिम मैच में कीवी कप्तान ने टेस्ट इतिहास में सबसे तेज शतक बनाकर रिकॉर्ड अपना नाम दर्ज करा लिया. उनका यह रिकॉर्ड अब तक कायम है. कोई इसके आसपास भी नहीं पहुंच पाया है.