Cricket Unique Triple Century: टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड बने हैं. कई रिकॉर्ड को तोड़ना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. टेस्ट में सबसे ज्यादा तिहरे शतक के रिकॉर्ड के बारे में बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन, भारत के वीरेंद्र सहवाग, वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और ब्रायन लारा संयुक्त रूप से इस मामले में पहले स्थान पर हैं.
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Cricket Unique Triple Century: टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड बने हैं. कई रिकॉर्ड को तोड़ना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. टेस्ट में सबसे ज्यादा तिहरे शतक के रिकॉर्ड के बारे में बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन, भारत के वीरेंद्र सहवाग, वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और ब्रायन लारा संयुक्त रूप से इस मामले में पहले स्थान पर हैं. इन खिलाड़ियों ने टेस्ट में सबसे ज्यादा बार 2-2 तिहरे शतक लगए हैं. ब्रैडमैन के नाम तो फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 6 तिहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है. ऐसा अब तक किसी भी खिलाड़ी ने नहीं किया है.
ब्रैडमैन का करियर
हम आपको ब्रैडमैन के एक ऐसे रिकॉर्ड के बारे में यहां बता रहे हैं जो अब तक नहीं टूट है. वह 94 सालों से क्रिकेट इतिहास में दर्ज है. ब्रैडमैन के नाम यूं तो कई सारे रिकॉर्ड हैं, लेकिन यह खास है. ऑस्ट्रेलिया के इस बल्लेबाज को टेस्ट क्रिकेट का सर्वकालिक महान क्रिकेटर बताया जाता है. उन्होंने 52 टेस्ट मैचों में 99.94 की औसत से 6996 रन बनाए हैं. उन्होंने 29 शतक और 13 अर्धशतक लगाए हैं. उनका हाईएस्ट स्कोर 334 रन है.
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इंग्लैंड में ब्रैडमैन ने किया था धमाका
ब्रैडमैन ने 1928/29 में अपनी पहली टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ 66.9 की औसत से 468 रन बनाए थे. इस दौरान उन्होंने 2 शतक जड़े थे. लोगों का मानना था कि वह अपनी टेक्निक के कारण इंग्लैंड में सफल नहीं होंगे. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज में खेले गए पहले मुकाबले में 131 रन बनाए. इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया की टीम 93 रन से हार गई. लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट में 254 रन की शानदार पारी खेली. उनकी टीम ने जीत के साथ सीरीज में वापसी कर ली. ब्रैडमैन ने कई साल बाद इसे अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी करार दिया.
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पहले दिन ही ठोका था तिहरा शतक
हेडिंग्ले में तीसरा टेस्ट मैच होना था. ब्रैडमैन दो मैचों में अपना जलवा दिखा चुके हैं. इंग्लैंड में आलोचक भी उनकी तारीफ करने लगे थे. लॉर्ड्स और हेडिंग्ले टेस्ट के बीच 10 दिन का अंतर था. हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन 11 गेंदों के बाद वे 2/1 के स्कोर पर बल्लेबाजी करने आए. उन्होंने कप्तान बिल वुडफुल के साथ बल्लेबाजी करते हुए 192 रनों की साझेदारी करके ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभाला. वुडफुल ने इस साझेदारी में केवल 50 रन का योगदान दिया. पहले सेशन के अंत तक उन्होंने 105 रन बनाए. इसके बाद दूसरे सेशन में उन्होंने 115 रन और बनाए. इस तरह टी ब्रेक तक वह 220 रन बनाकर नाबाद थे. फिर उन्होंने दिन का अंत नाबाद 309 रन बनाकर किया.
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94 साल से कायम है यह रिकॉर्ड
यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दूसरा तिहरा शतक था और तीन महीने पहले एंडी सैंडम के 325 रन के बाद किसी ऑस्ट्रेलियाई द्वारा बनाया गया पहला तिहरा शतक था. ब्रैडमैन ने टेस्ट मैच के एक ही दिन में अपना तिहरा शतक पूरा कर लिया था. यह रिकॉर्ड अब तक कायम है. उनके अलावा दुनिया में किसी भी अन्य बल्लेबाज ने टेस्ट मैच के एक ही दिन में तिहरा शतक पूरा नहीं किया है. ब्रैडमैन की पारी 334 रनों पर समाप्त हुई थी. यह उनके करियर का हाईएस्ट स्कोर है. मैच बारिश से प्रभावित हुआ और ड्रॉ पर समाप्त हुआ था. ब्रैडमैन ने इंग्लैंड के उस दौरे पर 139.1 की औसत से 974 रन बनाए थे.