डेसचैम्प्स से पहले ब्राजील के मारियो जगालो और जर्मनी के फ्रैंक बैकनबउर खिलाड़ी और कोच के तौर पर अपनी टीम को खिताब दिला चुके हैं.
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मास्को : युवा खिलाड़ियों से भरी फ्रांस ने 2018 विश्व कप फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से हराकर दूसरी बार ट्रॉफी अपने नाम की और इसके साथ ही उसके कोच डिडिएर डेसचैम्प्स का नाम भी रिकॉर्ड की फेहरिस्त में शामिल हो गया. दूसरी बार फीफा विश्व कप का खिताब जीतने वाली फ्रांस के कोच दिदिएर डेसचेम्पस बतौर खिलाड़ी और कोच के रूप में विश्व कप जीतने वाले दुनिया के तीसरे शख्स बन गए हैं.
1998 में फ्रांस पहली बार जीता था
फ्रांस ने 1998 में पहली बार विश्व कप खिताब अपनी झोली में डाला था और तब टीम के कप्तान थे और वह यहां फाइनल जीतने वाली टीम के कोच हैं. इससे वह खिलाड़ी और मैनेजर के तौर पर अपनी टीम को विश्व कप ट्रॉफी दिलाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं.
1998 में फ्रांस के खिलाड़ी थे डेसचेम्पस
49 साल के डेसचेम्पस की टीम फ्रांस ने यहां लुज्निकी स्टेडियम में रविवार (15 जुलाई) को पहली बार फाइनल में पहुंची क्रोएशिया को 4-2 से हराकर खिताब जीता. डेसचेम्पस ने इससे पहले 1998 में खिताब जीता था, उस समय वह खिलाड़ी के रूप में टीम में थे.
ब्राजील और जर्मनी के नाम दर्ज है यह रिकॉर्ड
डेसचेम्पस से पहले, ब्राजील के मारियो जागालो और जर्मनी के फ्रांज बेककेनबायुएर ने कोच और खिलाड़ी से तौर पर विश्व कप जीते थे. जागालो ने 1962 में चिली में हुए विश्व कप में एक खिलाड़ी के रूप में और 1970 में कोच के रूप में ब्राजील के लिए खिताब जीते थे.
जर्मनी के फ्रांज बेककेनबायुएर ने 1974 में कप्तान के रूप में और 1990 में कोच के रूप में जर्मनी के लिए फीफा विश्व कप का खिताब जीता था. फ्रांस ने जिनेदिन जिदान के दो गोल की मदद से 1998 में ब्राजील को 3-0 से हराया था. डेसचैम्प्स से पहले ब्राजील के मारियो जगालो और जर्मनी के फ्रैंक बैकनबउर खिलाड़ी और कोच के तौर पर अपनी टीम को खिताब दिला चुके हैं.