नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सीजन 12 का 40वां मैच दिल्ली के लिए बेहद खास था. दो साल बाद टीम के पास आईपीएल के सीजन में सातवीं जीत मिल सकती थी. राजस्थान के खिलाफ टीम को उसके ही घर जयपुर में ही जीतने की चुनौती थी. इस कड़ी चुनौती को ऋषभ पंत ने आसान बनाया और टीम को 192 रनों का लक्ष्य चार गेंद शेष रहते हासिल करवा दिया. मैच के बाद टीम के मेंटॉर सौरव गांगुली ने पंत को खुशी से गोद में ऊठा लिया. 


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इसलिए थी जीत खास
आईपीएल की प्वाइंट टेबल में अब तक दिल्ली का रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं रहा. दिल्ली ने 2018 में 5, 2017 में 6, 2016 में 7, 2015 में 5, 2014 में 2, 2013 में 3, 2012 में 4, 2011 में 6, 2010 में 8, 2009 में 7 और 2008 में 2 मैच जीते थे. कई बार वह अंक तालिका में सबसे नीचे रही थी. इस लिहाज से यह जीत दिल्ली के लिए अहम थी. लेकिन जिस अंदाज में पंत ने मैच राजस्थान से छीना, उसने दिल्ली के खेमे में सभी को खुश कर दिया. 


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वहीं सौरव गांगुली जब टीम की जीत पर मैदान की ओर दौड़े तो वापस आते पंत को उन्होंने गले लगाकर गोद में उठा लिया और कुछ देर तक उनकी पीठ भी थपथपा रहे. दोनों के पास खड़े टीम के बाकी खिलाड़ी भी इस नाजरे का आनंद उठाते दिखे. पंत भी गांगुली की इस हौसलाअफजाई से काफी खुश नजर आए. इसका जिक्र उन्होंने मैच के बाद भी किया. 



पहले से ही पंत की पैरवी करते रहे हैं सौरव
सौरव गांगुली पहले से ही पंत के मुरीद हैं. वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के चयन से पहले ही वे उनके चुने जाने की पैरवी कर रहे थे. उनके न चुने जाने की भी सौरव ने आलोचना की थी. वर्ल्ड के लिए टीम इंडिया के चयनकर्ताओं ने पंत की जगह दिनेश कार्तिक को तरजीह दी है. वहीं इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के दौरे और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर उन्होंने कार्तिक की जगह पंत को चुना था.


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क्या कहा पंत ने 
मैच के बाद अपने साथी खिलाड़ी पृथ्वी शॉ से बातचीत में पंत ने कहा ,‘‘मैच खत्म होने के बाद बाहर आने पर हर कोई प्यार बरसा रहा था. सौरव सर ने जब मुझे उठाया तो वह पल खास था. वह अलग ही अनुभव था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम टीम के लिए बड़े मैचों में फिनिशर की भूमिका निभाने की बात करते हैं और जब ऐसा कर पाते हैं तो बहुत खास लगता है.’’ अपनी पारी के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यह अद्भुत अहसास है खासकर जब तुम (शॉ) मैदान पर थे. हमें पता था कि हम फिनिश कर लेंगे.’


क्या खास रहा पंत की पारी में 
पंत की पारी में सबसे खास बात रही उनका नाबाद लौटना. पिछले काफी समय से पंत की इस बात पर आलोचना होती रही थी कि वे अपना विकेट गैरजिम्मेदाराना तरीके से गंवा रहे थे. लेकिन इस मैच में पंत ने न केवल अपना विकेट बचाया बल्कि तेज अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए टीम को जिता कर ही पवेलियन वापस लौटे. गौरतलब है कि इससे पहले पिछले आईपीएल सीजन में भी पंत ने शानदार बल्लेबाजी की थी और प्लेऑफ से पहल वे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी थी. 


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पंत की पारी रहाणे की पारी पर रही भारी
पंत ने अपनी पारी में 6 छक्के और चार चौकों की मदद से केवल 36 गेंदों पर 78 रनों की पारी खेली जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 216 का था. इस स्ट्राइक रेट के कारण ही पंत की पारी राजस्थान के अजिंक्य रहाणे की सेंचुरी पर भारी पड़ी थी. रहाणे ने राजस्थान के लिए केवल 68 गेंदों पर 105 रनों की नाबाद पारी खेली. लेकिन चूंकि जीत उनकी टीम की नहीं हो सकी तो ऋषभ पंत की पारी को ज्यादा तवज्जो मिली. 


(इनपुट भाषा)