BWF World Championship Final: श्रीकांत ने रचा इतिहास, भारत का सिलवर मेडल हुआ पक्का
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BWF World Championship Final: श्रीकांत ने रचा इतिहास, भारत का सिलवर मेडल हुआ पक्का

बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में किदांबी श्रीकांत ने सेमीफाइनल मुकाबला जीतकर इतिहास रच दिया है. वह इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बने. सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने लक्ष्य सेन को हराया है. 

 

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स्पेन: बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में किदांबी श्रीकांत ने शानिवार को इतिहास रच दिया है. वह इस चैंपियनशिप के फाइनल में पुहंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. शानिवार के खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में किदांबी श्रीकांत ने युवा लक्ष्य सेन को हराकर फाइनल में प्रवेश किया. लक्ष्य सेन ने उन्हें कड़ी टक्कर दी, लेकिन अंत में बाजी श्रीकांत के हाथ लगी. 

  1. श्रीकांत ने जीता सेमीफाइनल मुकाबला
  2. पी वी सिंधु को मिली हार 
  3. भारत का सिलवर मेडल पक्का 

श्रीकांत ने लक्ष्य सेन को हराया 

भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने लक्ष्य सेन के खिलाफ निर्णायक मुकाबले में लगातार पांच अंक हासिल किए और शनिवार को यहां 2021 BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश करते हुए तीन मैचों में विजेता बनकर फाइनल में प्रवेश किया. लक्ष्य ने पहला गेम जीता, लेकिन श्रीकांत ने दूसरे गेम में जोरदार वापसी की और अपने अनुभव का इस्तेमाल जीत को सील करने और अपने पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने के लिए किया. 28 साल के श्रीकांत ने पहले सेमीफाइनल में हमवतन सेन को  21-14, 21-17 से सिर्फ एक घंटे में हराया. 

सेमीफाइनल मुकाबले में पहली बार दो भारतीय 

बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन सेमीफाइनल मुकाबले में पहली बार आमने-सामने थे. लक्ष्य ने पहला गेम जीता था. इसके बाद श्रीकांत ने कुछ अच्छे शॉट खेले. लक्ष्य ने पहले गेम में बढ़त लेने के लिए लड़ाई लड़ी, मगर श्रीकांत ने 2-2 से बढ़त बना ली. दूसरे गेम में गोल करने के बाद 12वीं वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने लक्ष्य पर दबाव बनाए रखने के लिए कुछ शानदार शॉट खेलकर 9-9 से बढ़त बना ली.  पूर्व वर्ल्ड नंबर 1 ने 13-10 की बढ़त खोली और धीरे-धीरे गेम 21-14 से जीतकर 1-1 से बराबरी कर ली. लक्ष्य के 11-8 से आगे होने से पहले दोनों खिलाड़ी निर्णायक मुकाबले में भिड़े रहे। हालांकि, श्रीकांत ने अपने बेहतर अनुभव का इस्तेमाल किया और आखिरी कुछ अंक जीतने के लिए जोरदार वापसी की और एक यादगार जीत दर्ज की. श्रीकांत डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन और सिंगापुर के लोह कीन यू के बीच दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेंगे. 

 

सिंधु का सपना टूटा 

महिला एकल के मुकाबले में पी वी सिंधु को हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें ताइ जु जिंग से हार का सामना करना पड़ा है. भारतीय खिलाड़ी को ताइ जू की फुर्ती, कोर्ट कवरेज और ड्राप शॉट की बराबरी करने में मुश्किल हो रही थी जो पहले भी कई बार रहा है, हालांकि सिंधू ने कुछ बेहतरीन क्रास-कोर्ट स्मैश लगाए. सिंधू ने मैच के दौरान कई सहज गलतियां कीं. वह दूसरे गेम में बराबरी तक पहुंची थी लेकिन बाद में हार गईं. ताइ जू ने इस तरह 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में इसी चरण में सिंधू से मिली हार का बदला भी चुकता किया. पहले गेम में दोनों शुरू में 2-2 की बराबरी पर थी लेकिन ताइ जु ने तेजी से 11-6 की बढ़त हासिल कर ली.सिंधू ने ब्रेक के बाद कुछ शानदार क्रास कोर्ट स्मैश से इस अंतर को 16-18 से 17-19 कर दिया। लेकिन यह भारतीय लय बरकरार नहीं रख सकी और दो बार वाइड शॉट लगाने से पहला गेम 17 मिनट में गंवा बैठीं. सिंधू ने असहज गलती करना जारी रखा, उन्होंने पहले शॉट वाइड फेंका और ताइ जु के स्मैश को चूककर मैच गंवा बैठीं

सिंधु ने जीते थे पांच पदक 

भारत की महिला बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधु ने बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में पांच पदक अपने नाम किए हैं. दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी और दो ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने 2019 में यह खिताब जीता था और 2020 में कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट हुआ नहीं था. सिंधू ने 2019 में ताइ जू को इस टूर्नामेंट में हराया था लेकिन तोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में उससे हार गई थी. इस मैच से पहले ताइ जू के खिलाफ उसका जीत हार का रिकॉर्ड 14-5 का था. 

इनपुट: आईएएनएस

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