कोलकाता: भारत के दिग्गज टेनिस स्टार लिएंडर पेस (Leander Paes) ने क्रिसमस के दिन दुनिया को बताया कि वे 2020 में रिटायर सक्रिय टेनिस को अलविदा कह देंगे. अब उनके पिता वेस पेस (Vece Paes) का कहना है कि पेस अगले साल टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों और डेविस कप वल्र्ड ग्रुप क्वालीफायर में चमकदार प्रदर्शन के साथ इस खेल को अलविदा कहना चाहते हैं.


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लिएंडर भी कर चुके हैं इशारा
वेस पेस ने गुरुवार को कहा, "डेविस कप मार्च में है और फिर जुलाई-अगस्त में टोक्यो में ओलंपिक है. पेस दोनों इवेंट्स में देश के लिए खेलना चाहते हैं और अपना शत-प्रतिशत देना चाहते हैं. वह 35 साल खेलने के बाद इस खेल को अलविदा कहेंगे." पेस 46 साल के हैं और उन्होंने कहा है कि अगले साल वह कुछ चुनिंदा आयोजनों में खेलेंगे और अपनी टीम के साथ यात्रा करेंगे.


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4-5 महीनों से संन्यास के बारे में सोच रहे थे पेस
वेस पेस ने आगे कहा, "लिएंडर बीते चार-पांच महीनों से संन्यास के बारे में सोच रहा था. वह 46 का हो गया है और अब उम्र उस पर हावी होने लगी है. वह अपनी बेटी के साथ अधिक से अधिक समय बिताना चाहता है और यही कारण है कि उसने 2020 में टेनिस को अलविदा कहने का मन बनाया है."


यह रिकॉर्ड है पेस के नाम
पेस के नाम 18 युगल और मिश्रित युगल ग्रैंड स्लैम खिताब हैं और इसके अलावा 1996 के अटलांटा ओलंपिक में वह कांस्य पदक जीत चुके हैं. वह 1992 से 2016 तक लगातार ओलंपिक में खेले हैं. वह सात बार ओलंपिक खेलने वाले दुनिया के एकमात्र टेनिस खिलाड़ी हैं.



डेविस कप के सबसे सफल युगल खिलाड़ी हैं पेस
तीन दशक के करियर में पेस ने 54 डबल खिताब जीते हैं. वह डेविस कप इतिहास के सबसे सफल युगल खिलाड़ी रहे हैं. डेविस कप में पेस के नाम 43 जीत हैं. अपने बेटे की तमाम उपलब्धियों पर 1972 में हॉकी में म्यूनिक ओलंपिक में भारत के लिए खेल चुके वेस पेस ने कहा, "मुझे उसकी सफलता पर गर्व है. कभी-कभी इसे बयां करने के लिए आपके पास शब्द नहीं होते. वह अपने पूरे करियर में चैम्पियन की तरह खेला है."
(इनपुट आईएएनएस)