Nida Anjum Chelat ने वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप में रचा इतिहास, घुड़सवारी में बनाया रिकॉर्ड
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Nida Anjum Chelat ने वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप में रचा इतिहास, घुड़सवारी में बनाया रिकॉर्ड

Nida Anjum Chelat World Record: निदा अंजुम चेलट (Nida Anjum Chelat) ने इक्वेस्ट्रियन वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप (Equestrian World Endurance Championship) में रिकॉर्ड बनाया है और ऐसा करने वाली पहली भारतीय बन गई हैं.

Nida Anjum Chelat ने वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप में रचा इतिहास, घुड़सवारी में बनाया रिकॉर्ड

Equestrian World Endurance Championship: केरल (Kerala) के मलाप्पुरम (Malappuram) की रहने वाली 21 साल की मलयाली लड़की निदा अंजुम चेलट (Nida Anjum Chelat) ने इक्वेस्ट्रियन वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप (Equestrian World Endurance Championship) में इतिहास रच दिया है. निदा अंजुम चेलट ने फ्रांस के कैस्टेलसेग्राट में आयोजित 2 सितंबर, 2023 को जूनियर्स और यंग राइडर्स के लिए इक्वेस्ट्रियन वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप में भारत की तरफ से भाग लिया. इस दौरान निदा अंजुम चेलट ने घुड़सवारी करके महज 7.29 घंटे में 120 किलोमीटर की दूरी तय की. इस दौरान घुड़सवारी में निदा अंजुम चेलट ने रिकॉर्ड बना दिया. इसी के साथ निदा अंजुम चेलट घुड़सवारी विश्व एंड्योरेंस चैंपियनशिप पूरी करने वाली पहली भारतीय बन गईं.

निदा को मिला 3 स्टार राइडर का दर्जा

बता दें कि इक्वेस्ट्रियन वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई करने के लिए, एक घुड़सवार और उसके घोड़े को दो साल की अवधि में कम से कम दो बार 120 किमी की दूरी पूरी करनी होती है. जान लें कि निदा अंजुम चेलट ने दो अलग-अलग कॉम्बिनेशन्स के साथ 120 किलोमीटर की दूरी चार बार पूरी की और इक्वेस्ट्रियन वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया. इसके अलावा, निदा 160 किलोमीटर की दूर तक सवारी को एक से अधिक बार सफलतापूर्वक पूरा कर चुकी हैं और उन्होंने 3 स्टार राइडर का दर्जा हासिल किया है. ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला बन गई हैं.

राइडर के सामने सबसे बड़ी चुनौती

इस रेस में कुल 120 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है. इसके साथ ही ये भी ध्यान रखना होता है कि घुड़सवारी के दौरान घोड़े को कोई भी नुकसान ना पहुंचे. 120 किलोमीटर दूरी में 28.6, 29.2, 33.8 और 28.6 किलोमीटर के चार लूप तय करने होते हैं. हर लूप के बाद डॉक्टर घोड़ों की हेल्थ और फिटनेस की जांच करते हैं और अगर घोड़े टेस्ट में पास नहीं होता है तो घुड़सवार को डिस्क्वालिफाई कर दिया जाता है. 120 किलोमीटर की दूरी तय करने के साथ घुड़सवार के सामने सभी चार लूप में घोड़े की सेहत और फिटनेस को बनाए रखना भी एक बड़ी चुनौती होता है.

70 घुड़सवारों के साथ था निदा का मुकाबला

निदा ने चैंपियनशिप में 25 अलग-अलग देशों के 70 घुड़सवारों के साथ अपने घोड़े एप्सिलॉन सैलौ पर सवार होकर हिस्सा लिया. इस रेस में 33 घुड़सवार एलिमिनेट हो गए, जबकि निदा और उसके घोड़े ने सभी चार लूप को सफलतापूर्वक पूरा किया. निदा पहले लूप में 23वें, दूसरे में 26वें, तीसरे में 24वें और आखिरी लूप में 21वें नंबर पर रहीं. निदा ने रेस के दौरान 16.7 किमी प्रति घंटे की औसत स्पीड बनाए रखी.

घुड़सवार निदा ने कहा कि मुझे इक्वेस्ट्रियन वर्ल्ड एंड्योरेंस चैंपियनशिप को पूरा करने वाला पहला भारतीय होने पर बेहद गर्व है. मैं अब आने वाली चैंपियनशिप के लिए आगे का ट्रेनिंग शुरू करूंगी और अपने देश के लिए और ज्यादा उपलब्धियां हासिल करने की कोशिश करूंगी.

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