World Boxing Championship में भारतीय मुक्केबाज निशांत देव (71 किग्रा) और संजीत (92 किग्रा) ने कमाल का प्रदर्शन किया है. ये दोनों ही खिलाड़ी अंतिम 8 में पहुंचने में कामयाब रहे हैं.
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नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज निशांत देव (71 किग्रा) और संजीत (92 किग्रा) ने यहां अंतिम 16 चरण के मुकाबलों में जीत के साथ एआईबीए पुरुष विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई लेकिन देश के तीन अन्य मुक्केबाज सोमवार को हार के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो गए. निशांत ने मैक्सिको के मार्को अल्वारेज वेर्डे को रविवार देर रात हुए मुकाबले में 3-2 से हराया. वह क्वार्टर फाइनल में रूस के वादिम मुसाएव से भिड़ेंगे.
पिछली विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे संजीत ने जॉर्जिया के जियोर्जी चिग्लेड्ज को 4-1 से हराकर लगातार दूसरी बार अंतिम आठ दौर में प्रवेश किया. संजीत क्वार्टर फाइनल में इटली के अजीज आबेस मोहिदिन से भिड़ेंगे. हालांकि रोहित मोर (57 किग्रा) को कजाखस्तान के सेरिक तेमिरझानोव के खिलाफ 1-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी जबकि आकाश सांगवान (67 किग्रा) को क्यूबा के विश्व युवा चैंपियन केविन ब्राउन बेजेन के खिलाफ 0-5 से हार का सामना करना पड़ा. सुमित कुंडू (75 किलो) भी क्यूबा के योएनलिस हर्नांडिज के हाथों 0-5 से हार गए.
रोहित ने कड़ी चुनौती पेश की और तकनीकी रूप से सक्षम कजाखस्तान के मुक्केबाज के खिलाफ जोखिम उठाया. सेरिक ने पहले दौर में आक्रामक रुख अपनाया. रोहित ने भी आक्रामक रणनीति अपनाकर विरोधी मुक्केबाज को परेशान किया. भारतीय मुक्केबाज का फुटवर्क अच्छा था लेकिन वह सेरिक के शरीर पर मुक्के लगाने में नाकाम रहे. सांगवान ने भी कड़ी चुनौती पेश की लेकिन उनका फुटवर्क उम्मीद के मुताबिक नहीं था जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा. सांगवान के लगातार हमलों से ब्राउन कई मौकों पर मुसीबत के दिखे लेकिन क्यूबा का मुक्केबाज पलटवार करते हुए दबदबा बनाने में सफल रहा.
क्यूबा के मुक्केबाज का रक्षण भी काफी मजबूत था और उन्हें सांगवान को हराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी. अंतिम दौर में दोनों मुक्केबाजों की दाईं आंख के करीब कट लगा. आज रात दीपक बोहरिया (51 किलो)और एशियाई चैंपियनशिप के पांच बार के पदक विजेता शिव थापा (63.5 किग्रा) भी क्वार्टर फाइनल में जगह सुनिश्चित करने के इरादे से उतरेंगे. दीपक को कजाखस्तान के साकेन बिबोसिनोव का जबकि थापा को फ्रांस के लोनेस हामराओई का सामना करना है.
इस टूर्नामेंट के स्वर्ण पदक विजेता को एक लाख रुपये की इनामी राशि मिलेगी. रजत पदक विजेता को 50 हजार डॉलर जबकि दोनों कांस्य पदक विजेताओं में प्रत्येक को 25 हजार डॉलर मिलेंगे. टूर्नामेंट की कुल इनामी राशि 26 लाख डॉलर है.