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नई दिल्ली : अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु मुद्दे को लेकर भारी खींचतान के बीच भारत ने गुरुवार को यहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के पहले दिन ऐसे राजनीतिक विवादों से बचने पर जोर दिया जिनके कारण विश्व का तेल बाजार प्रभावित होता हो और देशों के बीच व्यापार में बाधा उत्पन्न होती हो।
पांच प्रमुख विकासशील देशों-ब्राजील, रूस, भारत चीन और दक्षिण अफ्रीका के इस मंच की चौथी शिखर बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि ब्रिक्स देशों के बीच विकासशील देशों के विकास की जरूरतों के लिए एक अलग ‘ साउथ-साउथ बैंक’ गठित करने के प्रस्ताव की ‘और गहराई से ’ समीक्षा करने पर सहमति बनी है। सम्मेलन में ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार में वृद्धि के उपायों पर चर्चा के साथ साथ क्षेत्रीय स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
सिंह ने ब्रिक्स के सदस्य देशों से अपील की कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यवस्थागत सुधार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक स्वर में बोलें। ‘दिल्ली शिखर सम्मेलन’ में ब्राजील की राष्ट्रपति दिलमा रोसेफ, चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओं, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा और रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि हमें ऐसे राजनीतिक विवादों से कतई दूर रहना चाहिए जिनसे वैश्विक ऊर्जा (तेल) बाजार में अस्थिरता पैदा होती है और व्यापार प्रवाह प्रभावित होता है। हमें आर्थिक वृद्धि में फिर से तेजी लाने के लिए नीतियों में समन्वय भी सुनिश्चत करना चाहिए।
(एजेंसी)