AI Reduce Working Days: कई लोगों को लगता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारे लिए खतरा बन सकती है और कई लोगों की नौकरियां छीन सकती है. लेकिन इसका दूसरा पहलू भी है. AI हमारी जिंदगी आसान बनाने में भी मददगार हो सकती है.
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Artificial Intelligence: कई लोगों को लगता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारे लिए खतरा बन सकती है और कई लोगों की नौकरियां छीन सकती है. लेकिन इसका दूसरा पहलू भी है. AI हमारी जिंदगी आसान बनाने में भी मददगार हो सकती है, खासकर काम के मामले में. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म Zoom भी AI का इस्तेमाल करने की तैयारी में है. Zoom का मानना है कि AI की मदद से लोग हफ्ते में 5 दिन की बजाय सिर्फ 4 दिन काम कर सकते हैं. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
हफ्ते में 4 दिन काम कैसे होगा?
Zoom एआई अवतार बनाने का प्लान बना रहा है. ये अवतार मीटिंग्स में लोगों की जगह ले सकते हैं, ताकि असली कर्मचारी ज्यादा जरूरी कामों पर ध्यान लगा सकें. Zoom के CEO एरिक युआन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस बारे में बात की थी. उनका मानना है कि AI टेक्नोलॉजी की मदद से 4 दिन का वर्किंग वीक हकीकत बन सकता है.
मीटिंग्स के लिए AI अवतार
Zoom का ये कहना कि AI आपका वर्कलोड घटाकर हफ्ते में 4 दिन काम करा सकती है. युआन बताते हैं कि कई बार लोगों को एक दिन में 4 से 6 मीटिंग्स करनी पड़ती हैं, जिनमें से कुछ जरूरी भी नहीं होतीं. उनका मानना है कि अगर AI अवतार ये मीटिंग्स संभाल लें, तो असली कर्मचारी अपने काम का समय घटाकर हफ्ते में 4 दिन कर सकते हैं. Zoom अपने मौजूदा फोन, चैट और मैसेजिंग टूल्स को AI से जोड़कर लोगों के काम के तरीकों को आसान बनाएगा और वर्क-लाइफ बैलेंस को बेहतर बनाएगा.
कब तैयार होंगे ये AI अवतार
ये AI अवतार कब तक बनकर तैयार होंगे, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है. युआन का कहना है कि डिजिटल दुनिया में हमारा एक हमशक्ल बनाने का सपना अब दूर नहीं है. लेकिन उन्होंने ये भी बताया कि बड़ी टेक्नॉलॉजी कंपनियों को अपने खुद के लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) या AI मॉडल बनाने होंगे, ताकि वे आसान और मुश्किल कामों के लिए AI का फायदा उठा सकें. उन्होंने बताया कि AI अवतार को मीटिंग के हिसाब से भी बदला जा सकता है. हाल ही में भारत समेत कई देशों में 4 दिन के वर्किंग वीक पर विचार किया जा रहा है. लेकिन हफ्ते में एक दिन कम काम करने का मतलब ये भी हो सकता है कि बाकी के दिनों में कर्मचारियों को ज्यादा घंटे काम करना पड़े.