किसने दी थी Donald Trump को मारने की 'सुपारी'? इस टेक्नोलॉजी से खुल जाएंगे सारे राज
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किसने दी थी Donald Trump को मारने की 'सुपारी'? इस टेक्नोलॉजी से खुल जाएंगे सारे राज

Trump Shooter Phone Access: हमलावर थॉमस क्रूक्स (Thomas Crooks) के फोन को खोलने में सफलता मिल गई है.  फोन खुलने से FBI को पता चल सकता है कि इसके पीछे कितने लोग शामिल हो सकते हैं. कई राज फोन की मदद से खुल सकते हैं.

 

किसने दी थी Donald Trump को मारने की 'सुपारी'? इस टेक्नोलॉजी से खुल जाएंगे सारे राज

Donald Trump Shooter Thomas Crooks: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) पर हुए हमले के दो दिन बाद FBI ने बताया कि उन्हें हमलावर थॉमस क्रूक्स (Thomas Crooks) के फोन को खोलने में सफलता मिल गई है.  हालांकि, एजेंसी ने ये नहीं बताया कि उन्होंने फोन को कैसे खोला या उसमें से क्या जानकारी मिली. लेकिन इतनी जल्दी फोन खुलने से लगता है कि उन्होंने किसी एडवांस तकनीक का इस्तेमाल किया होगा. फोन खुलने से FBI को पता चल सकता है कि इसके पीछे कितने लोग शामिल हो सकते हैं. कई राज फोन की मदद से खुल सकते हैं.

कई कोशिशों के बाद मिली सफलता

पहले तो पेन्सिलवेनिया के एफबीआई एजेंट उस हमलावर के फोन को खोल नहीं पाए. फिर फोन को वर्जीनिया के क्वांटिको में स्थित एफबीआई की लैब में भेज दिया गया. वहां पर कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों की मदद से आखिरकार फोन खोलने में सफलता मिली.

किस सॉफ्टवेयर की मदद से खुला फोन?

एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा मामलों के जानकार कूपर क्विंटिन का कहना है कि पुलिस के पास फ़ोन से डाटा निकालने के लिए विशेष उपकरण होते हैं. क्विंटिन ने बताया कि 'लगभग हर पुलिस विभाग के पास एक सेलब्राइट (Cellebrite) नाम का उपकरण होता है. यह फोन से जानकारी निकालने के लिए बनाया गया है और कुछ मामलों में फोन को अनलॉक करने में भी मदद करता है.'

क्या है Cellebrite Device?

सेलब्राइट नाम की एक इजरायल की कंपनी है जो पुलिस और जांच एजेंसियों को फोन से डाटा निकालने के लिए स्पेशल टूल्स मुहैया कराती है. रिपोर्ट के अनुसार ऐसे कई टूल्स बाजार में मिलते हैं और हर एक थोड़ा अलग तरीके से काम करता है. ये टूल्स कितने असरदार हैं, ये भी अलग-अलग होता है.  संभावना है कि एफबीआई के पास उनके अपने विशेष टूल्स होंगे जो उनकी खास जरूरतों के हिसाब से बनाए गए होंगे.

पहले Apple ने किया था मना

2016 में सैन बर्नार्डिनो गोलीबारी मामले में, एफबीआई ने Apple से हमलावर के आईफोन को अनलॉक करने की मांग की थी. लेकिन एप्पल ने मना कर दिया था, यह कहते हुए कि वे ऐसा कोई "बैकडोर" नहीं बना सकते जिससे सरकार सभी आईफोन को अनलॉक कर सके.

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