रिपोर्ट के अनुसार, Google के कर्मचारी प्रति सप्ताह काम करने में इससे कम समय बिताते हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि 70 घंटे से कम काम करने का विचार करना भी संभव है.
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इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की 70 घंटे के कार्य सप्ताह पर दी गई टिप्पणी ने एक बड़े विवाद को उत्पन्न किया है. जबकि कुछ तकनीकी कंपनियों के सीईओ ने इसे समर्थन दिया है, वहीं दूसरी तरफ कुछ ने इस सुझाव का विरोध किया है, खासकर 70 घंटे के कार्य सप्ताह की दृष्टि से. इस मुद्दे पर चल रही बहसों को ध्यान में रखते हुए, रिपोर्ट के अनुसार, Google के कर्मचारी प्रति सप्ताह काम करने में इससे कम समय बिताते हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि 70 घंटे से कम काम करने का विचार करना भी संभव है.
दिन में करते हैं 8 घंटे काम
गूगल का वर्क कल्चर काफी सुर्खियां बटोर रहा है. नई रिपोर्ट से पता चलता है कि वो हफ्ते में 70 घंटे काम से बहुत दूर हैं. नई रिपोर्ट में पता चलता है कि गूगल कर्मचारी हमारी तरह ही दिन में सिर्फ 8 घंटे ही काम करते हैं. उससे ही वो बड़ा अनपुट निकाल रहे हैं.
हफ्ते में 40 घंटे से ज्यादा काम
CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनल मीमो के मुकाबिक, एक गूगल कर्मचारी ने गूगल के वर्क कल्चर को समझाया. इसके बाद Google HR के रिप्रेजेंटेटिव ने रिएक्शन दिया. उन्होंने कहा, 'ज्यादातर गूगल कर्मचारी पहले से ही 8 घंटे से ज्यादा समय तक काम करते हैं.' गूगल के प्रवक्ता कर्टेने मेनसिनी ने कंपनी के वर्किंग आर पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, 'किसी भी कंपनी की तरह हमारे कर्मचारी भी डेडलाइन को पूरा करने के लिए, हफ्ते में 40 घंटे से ज्यादा काम करते हैं.'
पिचाई ने एक ऑल-हैंड मीटिंग में कहा कि पैसा जरूरी नहीं कि अच्छा समय बिताने के बराबर हो. उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि वे अपने खर्चों पर नजर रखें और अनावश्यक खर्चों को कम करें. पिचाई ने कर्मचारियों को "स्मार्ट, मितव्ययी, कंजूस और अधिक कुशल" बनने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि ये गुण कंपनी को सफल रहने में मदद करेंगे. कंपनी ने कर्मचारियों के लिए कुछ अतिरिक्त लाभों में कटौती की है. यह एक कठोर कदम है, लेकिन यह दर्शाता है कि Google चुनौतियों से निपटने में स्मार्ट और सावधान है.