WhatsApp को टक्कर देने आया भारत का Sandes App, इस तरह से करेगा काम
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WhatsApp को टक्कर देने आया भारत का Sandes App, इस तरह से करेगा काम

आपको बता दें कि WhatsApp की सबसे बड़ी खासियत इसका एन्क्रिप्शन सिस्टम है. इस ऐप में एंड टु एंड एन्क्रिप्शन है. दावा किया जाता है कि सेंडर या रीसिवर के अलावा कोई भी तीसरा चैट को पढ़ नहीं सकता.

WhatsApp को टक्कर देने आया भारत का Sandes App, इस तरह से करेगा काम

नई दिल्ली: WhatsApp को टक्कर देने के लिए भारत सरकार ने  Sandes ऐप लॉन्च कर दिया है.  इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मामलों के राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लोकसभा में इसकी जानकारी दी है. इस इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर ने तैयार किया है. इस पर काफी समय से काम चल रहा था. आपको बता दें, कुछ यूजर्स के लिए इसे जारी भी किया गया था. यह Google Play Store और Apple के ऐप स्टोर पर उपलब्ध है.

  1. WhatsApp को टक्कर देगा ये भारतीय ऐप
  2. कैसा है Sandes App
  3. इस तरह से काम करेगा Sandes

WhatsApp का भारतीय वर्जन माना जा रहा है Sandes को 
यह Facebook के स्वामित्व वाले WhatsApp का एक भारतीय ऑप्शन है. मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी वाले किसी भी व्यक्ति द्वारा सभी प्रकार के कम्युनिकेशन के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. Sandes वर्तमान में सरकार से जुड़े सरकारी कर्मचारियों और एजेंसियों द्वारा उपयोग किया जा रहा है.

जानें क्या मिलते है Sandes App में फीचर्स
Sandes एक ओपन सोर्स-आधारित, सुरक्षित, क्लाउड-इनेबल्ड प्लेटफॉर्म है. इसे सरकार द्वारा और सरकारी बुनियादी ढांचे पर होस्ट किया गया है. इस ऐप में बहुत से फीचर्स दिए गए है. WhatsApp की तरह ही इस ऐप में यूजर्स किसी को भी मैसेज भेज सकते हैं और ग्रुप बना सकते है. साथ ही यूजर्स कोई भी फाइल और मीडिया जैसे कि फोटो, वीडियो और ऑडियो भेज सकते हैं. इसमें ऑडियो और वीडियो कॉल की सुविधा भी दी गयी है. 

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क्या WhatsApp को टक्कर दे पाएगा ये ऐप?
आपको बता दें कि WhatsApp की सबसे बड़ी खासियत इसका एन्क्रिप्शन सिस्टम है. इस ऐप में एंड टु एंड एन्क्रिप्शन है. दावा किया जाता है कि सेंडर या रिसीवर के अलावा कोई भी तीसरा चैट को पढ़ नहीं सकता, यहां तक कि कंपनी भी इसे नहीं पढ़ सकती. अगर इस ऐप में एंड टु एंड एन्क्रिप्शन नहीं आता है तो शायद ये वॉट्सऐप से टक्कर न ले पाए. क्योंकि यूजर्स की प्राइवेसी के लिहाज से एंड टु एंड एन्क्रिप्शन बड़ी चीज है. बिना एंड टु एंड एन्क्रिप्शन वाले ऐप्स का डेटा थर्ड पार्टी एक्सेस किया जा सकता है.

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