सोशल मीडिया कंपनी Meta ने भारत में ऑनलाइन महिलाओं की सुरक्षा का ध्यान रखने के लिए कुछ नई कोशिशें की हैं जिनमें एक NCII को चेक करने के लिए एक नया प्लेटफॉर्म भी शामिल है. आइए इनके बारे में डिटेल में जानते हैं..
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नई दिल्ली. सोशल मीडिया कंपनी Meta ने, जिसे कुछ महीनों पहले तक Facebook के नाम से जाना जाता था, भारत की महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तीन नई कोशिशें की हैं. इन कोशिशों में एक खास प्लेटफॉर्म भी शामिल है महिलाओं की इंटिमेट तस्वीरों का ध्यान रखेगा. आपको बता दें मेटा की यह कोशिशें बढ़ते साइबर क्राइम के मामलों को मद्देनजर रखते हुए महिलाओं की ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर सुरक्षा का ध्यान रखेंगी. आइए इनके बारे में डिटेल में जानते हैं.
मेटा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भारत देश की महिलाओं की सुरक्षा का ध्यान रखने के लिए एक नई पहल शुरू की है. इस पहल में कंपनी ने तीन कोशिशें की हैं जिनमें एक नया प्लेटफॉर्म, भारतीय भाषाओं में वुमन्स सेफ्टी हब (Women’s Safety Hub) को उपलब्ध कराना और कंपनी के ग्लोबल वुमन्स सेफ्टी एक्सपर्ट अड्वाइजर्स (Global Women’s Safety Expert Advisors) में भारतीय सदस्यों को शामिल करना है.
जिस नये प्लेटफॉर्म की हम बात कर रहे हैं, यह नॉन-कन्सेन्शुअल इंटिमेट इमेजेज (NCII) की शेयरिंग को चेक और लिमिट करता है. इसे StopNCII.org नाम से जाना जाता है और भारत में इसने सोशल मीडिया मैटर्स, रेड डॉट फाउंडेशन और सेंटर फॉर सोशल रिसर्च जैसे संस्थानों से पार्टनरशिप करी हुई है.
इस प्लेटफॉर्म की मदद से वो महिलायें इस प्लेटफॉर्म पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकती हैं जिनकी इंटिमेट तस्वीरें फेसबुक, लिंक्डइन, बम्बल और डिस्कॉर्ड जैसे प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट हो गई हैं. ये प्लेटफॉर्म इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक चेक रखेगा और जल्द से जल्द इनसे महिलाओं की तस्वीरों को हटवाने की कोशिश करेगा. महिलायें चाहें तो अपने केस के स्टेटस को भी इस प्लेटफॉर्म पर चेक कर सकती हैं.
द वुमन्स सेफ्टी हब (The Women’s Safety Hub) एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसमें महिला लीडर्स, पत्रकारों और शोषण का सामना कर चुकी महिलाओं के लिए कई सारी खास रिसोर्सेज होते हैं. इस साइट पर आने वाले विजिटर्स को लाइव सेफ्टी ट्रेनिंग के लिए रजिस्टर करने का मौका मिलता है. इसमें वीडिय-ऑन-डिमांड सेफ्टी ट्रेनिंग का भी ऑप्शन मिल रहा है. अब खास भारतीय महिलाओं के लिए इस प्लेटफॉर्म को हिन्दी, मराठी, पजनबी, गुजराती, तमिल, तेलेगु, उर्दू, बंगाली, उड़िया, असमिया, कन्नड़ और मलयालम, इन सभी भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है.
मेटा का ग्लोबल वुमन्स सेफ्टी एक्सपर्ट अड्वाइजर्स (Global Women’s Safety Expert Advisors) एक ग्रुप है जिसमें कुल 12 सदस्य हैं जो डूबिया भर से आते हैं और कंपनी को उनके ऐप्स से जुड़ी महिलाओं के लिए बेहतर विकास योजनाएं, प्रोडक्ट्स और प्लानस के सुझाव देते हैं. इस ग्रुप में अब तक कोई भी भारतीय सदस्य नहीं था. इस बार मेटा ने अपने इस पैनल में ‘पॉइंट ऑफ व्यू’ की इग्जेक्यूटिव एडिटर बिशाखा दत्ता और ‘सेंटर फॉर सोशल रिसर्च’ की मीडिया कम्यूनिकेशन्स हेड ज्योति वडेहरा को शामिल कर लिया है. ये दोनों इस पैनल का हिस्सा बनने वाली पहली भारतीय हैं.
यह पहल मेटा की तरफ से एक कोशिश है, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को भारत की महिलाओं को सुरक्षित और अच्छा बनाने की ओर और कंपनी यह उम्मीद कर रही है कि वो अपनी इस कोशिश में सफलता प्राप्त कर पाएंगे.