रूस-यूक्रेन के युद्ध के बीच गूगल ने उठाया कदम, लिया ये बड़ा फैसला
Advertisement

रूस-यूक्रेन के युद्ध के बीच गूगल ने उठाया कदम, लिया ये बड़ा फैसला

Russia Ukraine News: रूस ने पांच दिन पहले यूक्रेन पर हमले का ऐलान किया था और वो हमला अभी भी चल रहा है. पूरी दुनिया रूस के इस कदम से स्तब्ध है और कई देश अपनी तरह से जो मदद करना चाहते हैं, कर रहे हैं. गूगल (Google) ने भी हाल ही में एक बड़ा कदम उठाया है, आइए जानते हैं कि ये कदम क्या है.. 

प्रतीकात्मक फोटो | Photo Credit: The New York Times

नई दिल्ली. पूरा विश्व रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध से स्तब्ध है. पिछले पांच दिनों से रूस का यूक्रेन पर मिलिटरी ऑपरेशन जारी है जिसमें मिसाइल और बॉम्ब से हमले चल रहे हैं. मेट्रो स्टेशन और सबवे में छुपे लोगों की स्थिति काफी खराब है और ऐसे में कई देशों से लोग अपनी तरह से यूक्रेन वासियों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच, ऐल्फाबेट इंक के गूगल (Google) ने भी एक कदम उठाया है और अपने बड़े फैसले का ऐलान किया है.. 

  1. रूस-यूक्रेन युद्ध में गूगल का बड़ा फैसला 
  2. बंद की गूगल मैप्स की ये सेवाएं 
  3. यूक्रेन की ऐसे करी मदद 

Google ने लिया बड़ा फैसला 

रविवार यानी 27 फरवरी को गूगल ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने यूक्रेन में कुछ समय के लिए अपने नैवीगेशन ऐप, गूगल मैप्स (Google Maps) के कुछ फंक्शन्स को डिसेबल कर दिया है. गूगल मैप्स के जिन फंक्शन्स की बात हो रही है, वो यूक्रेन में रियल-टाइम ट्रैफिक की जानकारी देते हैं और यह भी बताते हैं कि वहां की अलग-अलग लोकेशन्स, जैसे रेस्टोरेंट, स्टोर्स आदि में कितनी भीड़ है. 

इस कदम के पीछे का कारण 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गूगल ने अपने इस कदम के पीछे का कारण भी बताया है. रिपोर्ट्स के हिसाब से गूगल ने ये कदम यूक्रेन की जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है. उनका कहना है कि कंपनी ने यूक्रेन की स्थानीय प्राधिकरण से बात करके ये कदम उठाया है, ताकी वहां के लोग सुरक्षित रह सकें और उन्हें लगातार ट्रैक न किया जा सके. गूगल और अन्य टेक कंपनियों ने यह कहा है कि उनकी कोशिश रहेगी कि वे हर वो काम करें जिससे यूक्रेन के लोगों की सुरक्षा का शयन रखा जा सके. 

आपको बता दें कि पिछले चार दिनों से रूस का यूक्रेन पर ‘स्पेशल ऑपरेशन’ चल रहा है जिसमें यूक्रेन पर लगातार मिसाइलें और बॉम्ब गिराए जा रहे हैं. इस हमले के चलते करीब 400,000 लोग, जिसमें ज्यादातर महिलायें और बच्चे हैं, आस-पास के देशों में भाग गए हैं और अभी ऐसे हजारों लोग हैं, जो यूक्रेन में ही फंसे हुए हैं.

Trending news