TikTok Ban Crisis: अमेरिका की प्रतिनिधी सभा ने एक बिल पारित किया, जिसके तहत कंपनी को टिकटॉक को बेचना होगा, नहीं तो ऐप को अमेरिका में बैन कर दिया जाएगा. अब यह बिल संसद में जा चुका है. खरीदने के लिए कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, इसी में से एक नाम है स्टीवन मेनुचिन (Steven Mnuchin).
- आसमान से गिरे और खजूर पर अटके... यह मुहावरा चीनी ऐप टिकटॉक पर बिल्कुल सटीक बैठता है. भारत में टिकटॉक बैन होने के बाद इसकी कंपनी बाइटडांस को काफी नुकसान हुआ. उसने अपना सबसे बड़ा मार्केट खो दिया. कंपनी ने भारत में लाने की कई बार कोशिश की, लेकिन उसको फिर भारत में एंट्री नहीं मिली. उसके बाद अमेरिका में टिकटॉक ने अच्छा परफॉर्म किया, वहां वो काफी पॉपुलर हो गया. लेकिन अब वहां भी टिकटॉक बैन की चर्चा गर्म है.
- अमेरिका की प्रतिनिधी सभा ने एक बिल पारित किया, जिसके तहत कंपनी को टिकटॉक को बेचना होगा, नहीं तो ऐप को अमेरिका में बैन कर दिया जाएगा. अब यह बिल संसद में जा चुका है. खरीदने के लिए कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, इसी में से एक नाम है स्टीवन मेनुचिन (Steven Mnuchin). जो डोनाल्ड ट्रम्प की सरकार में वित्त मंत्री थे. उन्होंने टिकटॉक खरीदने की इच्छा जताई है. उन्होंने बताया है कि टिकटॉक पर बोली लगाने के लिए वो एक टीम तैयार कर रहे हैं.
- CNBC को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि यह अच्छा बिजनेस है. उन्होंने कहा कि वो अमेरिकी निवेशकों को अपनी हिस्सेदारी वापस लेने का ऑप्शन देंगे. उन्होंने कहा कि किसी के पास भी 10 परसेंट से ज्यादा कंट्रोल नहीं होगा. अभी तक उन्होंने बताया नहीं है कि टीम में कौन है या होगा.
- डोनाल्ड ट्रम्प नहीं चाहते टिकटॉक बैन
- पूर्व राष्ट्रपति नहीं चाहते हैं कि टिकटॉक यूएस में बैन हो. अगर यह ऐप बैन होता है तो मेटा को काफी फायदा होगा. उनका मानना है कि पिछले चुनावों में मार्क जुकरबर्ग की कंपनी ने चीटिंग की थी. उनका कहना है कि टिकटॉक के जाने से मेटा को फायदा होगा, जो मैं नहीं चाहता. ऐसे में खरीदने पर एक नाम सामने निकलकर आया, जो स्टीवन मेनुचिन (Steven Mnuchin) हैं, जो ट्रम्प सरकार में नेता थे.
- क्या खरीद सकेंगे टिकटॉक को
- बाइटडांस के लिए टिकटॉक बेचना बहुत मुश्किल है. क्योंकि यह चीनी कंपनी है और चीन बिल्कुल नहीं चाहेगा कि उसकी कंपनी का मालिक कोई अमेरिकी हो. चीन की सरकार टिकटॉक को एक सेंसेटिव टेक्नोलॉजी है, ऐसे में किसी विदेशी के हाथों में नहीं सौंपने देंगे.