डिवाइसेज के सरफेस पर मौजूद बैक्टीरिया और वायरस का खात्मा कर देती है ये लाइट, कोरोना से मिलेगा प्रोटेक्शन
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डिवाइसेज के सरफेस पर मौजूद बैक्टीरिया और वायरस का खात्मा कर देती है ये लाइट, कोरोना से मिलेगा प्रोटेक्शन

UV Lamp: यूवी लाइट का इस्तेमाल कई जरूरी कामों में किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि यूवी लाइट को कोरोना वायरस से लड़ने में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. 

डिवाइसेज के सरफेस पर मौजूद बैक्टीरिया और वायरस का खात्मा कर देती है ये लाइट, कोरोना से मिलेगा प्रोटेक्शन

UV Lamp: कोरोना के मामले एक बार फिर से तेजी के साथ बढ़ने लगे हैं. कोरोना वायरस कितना खतरनाक हो सकता है यह घर भारतवासी को पता है. लाखों लोगों ने कोरोना की दूसरी लहर में अपनी जान गवाई थी. देश की सरकार एक बार फिर से अलर्ट मोड पर आ चुकी है जिससे वैसी स्थिति फिर ना देखने को मिले. लोगों को मास्क पहन के रखने की सलाह दी जा रही है लेकिन सिर्फ मास्क पहनने से ही कोरोना वायरस से नहीं बचा जा सकता है. मास्क पहनने के साथ ही सैनिटाइजर का इस्तेमाल भी काफी जरूरी है, हालांकि कई बार बैक्टीरिया और वायरस आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले डिवाइस से जैसे लैपटॉप और स्मार्टफोन की सतह पर चिपक जाते हैं. लोग इनके बारे में नहीं जान पाते हैं और फिर इस्तेमाल के दौरान इनकी चपेट में आ जाते हैं. ऐसे ही बैक्टीरिया और वायरस का खत्म करने के लिए आज हम आपके लिए तगड़ा डिवाइस लेकर आए हैं.

पोर्टेबल अल्ट्रावॉयलेट लैंप

अगर आप चाहते हैं कि आपके द्वारा इस्तेमाल किया जा रहे हैं डिवाइसेज के ऊपर गलती से भी बैक्टीरिया और वायरस ना चिपके रहे तो ऐसा करने के लिए आप अल्ट्रावॉयलेट लैंप खरीद सकते हैं जो आजकल मार्केट में आसानी से उपलब्ध है. यह लैंप सरफेस को क्लीन करने के काम में आता है. लैंप का इस्तेमाल करते ही सरफेस पर मौजूद बैक्टीरिया और वायरस पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं और लोग खुद को और अपने परिवार को इनसे बचा सकते हैं.

आखिर कैसे बैक्टीरिया और वायरस खत्म करती है अल्ट्रावॉयलेट लाइट

अल्ट्रावॉयलेट लाइट, जिसे यूवी लाइट के रूप में भी जाना जाता है, सूर्य के प्रकाश का एक हिस्सा है जो मानव आंखों को दिखाई नहीं देता है. यह विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के दृश्यमान प्रकाश से अधिक ऊर्जावान होता है. यूवी लाइट दो प्रकार की होती है: यूवी-ए और यूवी-बी, यूवी-ए लाइट का तरंगदैर्ध्य 320 से 400 नैनोमीटर के बीच होता है, जबकि यूवी-बी लाइट का तरंगदैर्ध्य 290 से 320 नैनोमीटर के बीच होता है.

यूवी लाइट बैक्टीरिया और वायरस को दो तरीकों से मार सकती है:

डीएनए और आरएनए को नुकसान पहुंचाना: यूवी लाइट बैक्टीरिया और वायरस के डीएनए और आरएनए को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे उनके प्रजनन और जीवित रहने की क्षमता कम हो जाती है. यूवी लाइट डीएनए और आरएनए के स्ट्रैंड को तोड़ सकती है, जिससे वे मर जाते हैं.

प्रोटीन को नुकसान पहुंचाना: यूवी लाइट बैक्टीरिया और वायरस के प्रोटीन को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे उनके कार्यों को बाधित किया जा सकता है। यूवी लाइट प्रोटीन के आकार और आकार को बदल सकती है, जिससे वे अपने कार्यों को ठीक से नहीं कर सकते हैं.

यूवी लाइट का उपयोग बैक्टीरिया और वायरस को मारने के लिए कई तरीकों से किया जा सकता है. इसका उपयोग पानी, हवा, सतहों और उपकरणों को कीटाणुरहित करने के लिए किया जाता है. यूवी लाइट का उपयोग अस्पतालों, क्लीनिकों, खाद्य उद्योग और अन्य स्थानों पर किया जाता है जहां बैक्टीरिया और वायरस से संक्रमण का खतरा होता है.

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