Inverter की बैटरी में क्यों सिर्फ डिस्टिल वॉटर ही भरने की दी जाती है सलाह? टैप वॉटर भरने से क्या होगा
Advertisement
trendingNow12018100

Inverter की बैटरी में क्यों सिर्फ डिस्टिल वॉटर ही भरने की दी जाती है सलाह? टैप वॉटर भरने से क्या होगा

Inverter Battery: जब कभी इन्वर्टर की बैटरी में पानी भरना होता है तब मार्केट से आप डिस्टिल वॉटर की बॉटल्स ले आते हैं और इसी को बैटरी में भरते हैं. 

Inverter की बैटरी में क्यों सिर्फ डिस्टिल वॉटर ही भरने की दी जाती है सलाह? टैप वॉटर भरने से क्या होगा

Inverter Battery: इन्वर्टर की बैटरी में सिर्फ डिस्टिल वॉटर भरने की सलाह इसलिए दी जाती है क्योंकि टैप वॉटर में मौजूद मिनरल्स और अन्य अशुद्धियां बैटरी के लिए हानिकारक हो सकती हैं. टैप वॉटर में मौजूद मिनरल्स, जैसे कि कैल्शियम, मैग्नीशियम, और लोहा, बैटरी के इलेक्ट्रोड पर जमा हो सकते हैं. इससे बैटरी की क्षमता कम हो सकती है और बैटरी जल्दी खराब हो सकती है.

टैप वॉटर में मौजूद अन्य अशुद्धियाँ, जैसे कि क्लोरीन और फ्लोराइड, भी बैटरी के लिए हानिकारक हो सकती हैं. ये अशुद्धियां बैटरी के अंदर रासायनिक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित कर सकती हैं और बैटरी को नुकसान पहुंचा सकती हैं.

टैप वॉटर भरने से होने वाले नुकसानों को निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है:

1.बैटरी की क्षमता कम हो सकती है.
2.बैटरी जल्दी खराब हो सकती है.
3.बैटरी के इलेक्ट्रोड पर जमा होने वाला जमा बैटरी के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है.
4.बैटरी के अंदर रासायनिक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित कर सकता है.
5.बैटरी को नुकसान पहुंचा सकता है.

इसलिए, इन्वर्टर की बैटरी में सिर्फ डिस्टिल वॉटर ही भरना चाहिए. डिस्टिल वॉटर में कोई मिनरल्स या अन्य अशुद्धियाँ नहीं होती हैं, इसलिए यह बैटरी के लिए सुरक्षित है. इन्वर्टर की बैटरी में डिस्टिल वॉटर भरने से बैटरी की उम्र बढ़ सकती है और बैटरी का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है.

इन्वर्टर की बैटरी के लिए क्यों जरूरी है डिस्टिल वॉटर 

इन्वर्टर की बैटरी के लिए डिस्टिल वॉटर इसलिए जरूरी है क्योंकि यह निम्नलिखित कारणों से बैटरी के लिए सुरक्षित है:

1.डिस्टिल वॉटर में कोई मिनरल्स या अन्य अशुद्धियाँ नहीं होती हैं.
2.डिस्टिल वॉटर का इलेक्ट्रोलाइट के साथ कोई रासायनिक प्रतिक्रिया नहीं होती है.
3.डिस्टिल वॉटर बैटरी के अंदर क्लस्टरिंग नहीं करता है.
4.टैप वॉटर में मौजूद मिनरल्स, जैसे कि कैल्शियम, मैग्नीशियम, और लोहा, बैटरी के इलेक्ट्रोड पर जमा हो सकते हैं. इससे बैटरी की क्षमता कम हो सकती है और बैटरी जल्दी खराब हो सकती है.

टैप वॉटर में मौजूद अन्य अशुद्धियाँ, जैसे कि क्लोरीन और फ्लोराइड, भी बैटरी के लिए हानिकारक हो सकती हैं. ये अशुद्धियाँ बैटरी के अंदर रासायनिक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित कर सकती हैं और बैटरी को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इन्वर्टर की बैटरी में डिस्टिल वॉटर भरने से बैटरी की उम्र बढ़ सकती है और बैटरी का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है.

Trending news