नई दिल्ली: आज के युवाओं को घूमने और एडवेंचर का खूब शौक होता है. लोग अलग-अलग जगहों पर जाकर नई-नई चीजों को एक्सपलोर करते हैं. ऐसे में हम आपको बताते हैं दुनिया की कुछ ऐसी जगहों के बारे में जहां जाना सख्त मना है और वहां की सरकार ने वहां जाने पर बैन लगा रखा है. इनमें से कई जगहें तो ऐसी हैं जहां लोग डर की वजह से ही नहीं जाते हैं. तो आइए जानते हैं इन अनोखी जगहों के बारे में.
ये जगह अमेरिकी सोने भंडार के लिए जानी जाती है और इसे अक्सर दुनिया की सबसे भारी सुरक्षा वाली जगह के रूप में जाना जाता है. फोर्ट नॉक्स अमेरिकन आर्मी की एक पोस्ट है, जो अमेरिका के केंटकी राज्य में करीब 1,09,000 एकड़ के क्षेत्र में फैली है. इसका निर्माण अमेरिकन आर्मी के द्वारा 1932 में हुआ. इसकी रक्षा में तैनात सुरक्षाबल और विभिन्न उपकरण के होते हुए यहां पर परिंदा भी पर नहीं मर सकता है. इसे अमेरिका के गोल्ड रिजर्व को रखने के मकसद से ही बनाया गया था.
जैसा कि नाम से पता चलता है, इस द्वीप को ब्राजील में घूमने के लिए सबसे खौफनाक जगहों में गिना जाता है. ब्राजील सरकार ने भी इस द्वीप पर लोगों के जाने पर बैन लगा रखा है. रिकॉर्ड के अनुसार, ब्राजील में स्नेक आइलैंड लगभग 4000 गोल्डन लांसहेड्स का घर है, जिन्हें ग्रह पर सबसे घातक सांपों के रूप में माना जाता है. इस जगह पर इतने सांप रहते हैं कि अगर कोई इंसान वहां गलती से भी चला जाए, तो उसके जिंदा वापस आने की उम्मीद नहीं की जा सकती है.
इसे 'ग्लोबल सीड वॉल्ट' के रूप में भी जाना जाता है. यहां कई तरह के महत्वपूर्ण बीजों और फसलों का भंडार है. दरअसल, पौधों को लगाने के लिए यहां दुनिया भर से 100 मिलियन बीजों का स्टोरेज किया जाता है. 2008 में खोला गया ये वॉल्ट लगभग 200 वर्षों तक चलने के लिए बनाया गया है और भूकंप और विस्फोटों का भी सामना ये अच्छे से कर सकता है.
सरट्से दुनिया के सबसे युवा द्वीपों में से एक होने के लिए मशहूर है, क्योंकि ये नजर में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद आया था, जिसका असर 1963 से 1967 तक देखने को मिला था. इस जगह के ईकोसिस्टम पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों को छोड़कर किसी भी पर्यटक को यहां जाने की अनुमति नहीं है.
160 निवासियों का घर निहाऊ द्वीप पर बाहरी लोगों के प्रवेश करने पर बैन लगाया हुआ है. इस जगह पर कोई तभी जा सकता है जब द्वीप पर आपका कोई रिश्तेदार हो या आप अमेरिकी नौसेना का हिस्सा हों. कथित तौर पर, सरकार ने निहाऊ द्वीप पर पर्यावरण और वन्य जीवन को संरक्षित करने के लिए यहां बाहरी लोगों के प्रवेश बैन लगा रखा है. इसलिए भले ही यह एक दर्शनीय स्थान है, फिर भी यह बाहरी लोगों की पहुंच से बाहर है.
1974 में टेराकोटा सेना का पता लगने के बाद चीन के पहले सम्राट किन शी हुआंग के मकबरे की खोज की गई थी, लेकिन अभी तक इसकी खुदाई नहीं हुई है. भले ही यह दुनिया की सबसे बड़ी खोजों में से एक है, लेकिन इतिहासकारों और पुरातत्वविदों दोनों के लिए यह जगह रहस्य से कम नहीं है. लंबे समय से अफवाह है कि इस मकबरे में मौत का जाल बिछा हुआ है. साथ ही यह भी जाता है कि इसमें एक प्राचीन नक्शा रखा गया है, जिसके चारों तर तरल पारा की नदियां बहती हैं. चीन के सम्राट का यह कब्र लगभग 2200 साल पुराना है.
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