नए साल में यदि आप कुछ ब्रेक लेना चाहते हैं तो आपके लिए दिल्ली के आसपास कुछ ऐसे ट्रेकिंग प्लेसेस हैं जो आपको फिर से तरोताजा कर सकते हैं.
यदि आप पहली बार किसी ट्रेक पर जा रहे हैं तो यह आपकी पहली पसंद हो सकती है. यह जगह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला जिले में है. धौलाधार पर्वतमाला की गोद में ये जगह है. बर्फ से ढके हुए पहाड़ नेचर लवर और एडवेंचर के शौकीनों के लिए यह जगह स्वर्ग है. यह दिल्ली से करीब 500 किलोमीटर की दूरी पर है.
दिल्ली के पास सबसे फेमस ट्रेक तोश वैली ट्रेक है जो हिमाचली अनुभव को अनुभव कराता है. लॉन्ग वीकेंड को मनाने के लिए ये बेस्ट जगह है. यह ट्रेक कुछ ही घंटों का रहता है जिसमें आप जल्द ही पहाड़ के ऊपर हरी-भरी वादियों में पहुंच सकते हैं और तोश रिवर का शानदार व्यू देख सकते हैं.
दिल्ली से 480 किलोमीटर दूर 13 घंटे का सफर तय कर आप इस जगह पर पहुंच सकते हैं जो एक अलग ही दुनिया का अहसास कराता है. पराशर लेक तक आप सड़क से भी पहुंच सकते हैं लेकिन ट्रेकिंग करके जाना अपने आप में अलग ही अनुभव फील कराता है. यहां से धौलाधार और पीर पंजाल पर्वत श्रेणी का पैनॉरमिक व्यू खूबसूरती में चार चांद लगा देता है. यहां एक हिंदू मंदिर भी बना है जो ऋषि पराशर को समर्पित है.
दिल्ली से 470 किलोमीटर की दूरी पर चोपटा ट्रेक है जहां करीब 12 घंटे में पहुंचा जा सकता है. दिल्ली के पास से ये सबसे आसान ट्रेकिंग ऑप्शन हैं. इस ट्रेक में तुगंनाथ, देवरियाताल, और चंद्रशिला ट्रेक भी कवर हो सकते हैं. यहां बर्फ से ढके पहाड़ आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. यहां से हिमालय की केदार और चौखंबा चोटियां बिल्कुल स्पष्ट दिखती हैं जो आपको मंत्रमुग्ध कर देती हैं.
हिमाचल प्रदेश में कुल्लू से 22 किलोमीटर दूर बिजली महादेव ऐसा ट्रेक है जो ट्रेकिंग की शुरुआत करने वालों के लिए बेस्ट ट्रेक है. यह जगह समुद्री सतह से 2460 मीटर की ऊंचाई पर है. इसमें चढ़ाई ज्यादा नहीं है इसलिए पहली बार ट्रेकिंग के लिए ये बेस्ट है. ब्यास रिवर क्रॉस करने के बाद 3 किलोमीटर का ये ट्रेक है. जब टॉप पर पहुंचते हैं तो वहां से पार्वती और कुल्लू घाटी का विहंगम दृश्य दिखाई देता है जो आपको मंत्रमुग्ध कर देता है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़