यह है देश की शान लाल क़िला. 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के दिन देश के प्रधानमंत्री (Prime Minister) लाल क़िले पर तिरंगा फहराते हैं तो वहीं, 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर देश के राष्ट्रपति (President) झंडा रोहण करते हैं. लाल क़िला (Lal Quila) पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक (Chandni Chowk) में स्थित है. लाल क़िले का निर्माण शाहजहां ने सन 1638 से 1648 के बीच करवाया था. लाल रंग के बलुआ पत्थरों से बनने के कारण ही इसका नाम लाल क़िला (Red Fort) पड़ा. लाल क़िले के अंदर दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, रंग महल, खास महल, हमाम, नौबतखाना, हीरा महल और शाही बुर्ज जैसी यादगार इमारतें हैं.
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गुरुद्वारा शीश गंज साहिब (Gurudwara Sheesh Ganj Sahib) दिल्ली में स्थित 9 ऐतिहासिक गुरुद्वारों (Gurudwara) में से एक है. यह गुरुद्वारा चांदनी चौक (Chandni Chowk) में स्थित है. इस गुरुद्वारे का निर्माण सन 1783 में किया गया था. गुरुद्वारा शीश गंज साहिब में आकर अद्भुत शांति का अहसास होता है. दिल्ली आने पर गुरुद्वारा शीश गंज साहिब में मत्था टेकना बिल्कुल न भूलें.
कनॉट प्लेस (Connaught Place) को दिल्ली (Delhi) का दिल माना जाता है. कनॉट प्लेस में घूमने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं. यहां भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) भी देखा जा सकता है. कनॉट प्लेस (Connaught Place) में सभी ब्रांड के शोरूम, आइसक्रीम पार्लर और रेस्तरां हैं. यहां की नाइटलाइफ (Nightlife) हर किसी का दिल जीत लेती है. दिल्ली आने पर यहां जरूर घूमें.
दिल्ली (Delhi) का जिक्र होते ही नजरों के आगे इंडिया गेट (India Gate) की तस्वीर आ जाती है. इंडिया गेट को देखने के लिए पर्यटक (Tourist) दूर-दूर से आते हैं. इंडिया गेट का निर्माण 1931 में पूरा हुआ था. इंडिया गेट (India Gate) राजपथ मार्ग (Rajpath Marg) पर स्थित है. प्रथम विश्व युद्ध (First World War) और तीसरे एंग्लो-अफगान युद्ध में ब्रिटिश इंडियन आर्मी के लगभग 90,000 सैनिकों ने ब्रिटिश साम्राज्य को बचाने के लिए अपनी जान गंवा दी थी. इन्हीं सैनिकों के सम्मान में इंडिया गेट (India Gate) का निर्माण किया गया था. इंडिया गेट की दीवारों पर आज भी शहीद सैनिकों के नाम देखे जा सकते हैं.
इंडिया गेट (India Gate) के पास नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) स्थित है. यह स्मारक देश के जवानों को समर्पित है. यह स्मारक आजादी के बाद से सर्वोच्च बलिदान देने वाले जवानों के सम्मान में बनाया गया है. यहां पर एक सैनिक के जन्म से लेकर शहादत तक की यात्रा का चित्रण किया गया है. दिल्ली आने पर नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) जरूर जाएं. यहां जाकर आपके अंदर भी देशभक्ति की भावना डबल हो जाएगी.
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