Dementia Causes: बुरे सपने और कच्ची नींद डिमेंशिया के हो सकते हैं लक्षण, सामने आया चौंकाने वाला रिसर्च!
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Dementia Causes: बुरे सपने और कच्ची नींद डिमेंशिया के हो सकते हैं लक्षण, सामने आया चौंकाने वाला रिसर्च!

Bad Nightmares: लोगों में डिमेंशिया का खतरा बढ़ता जा रहा है. इसके कई लक्षण बताए जा रहे हैं जैसे बुरे सपने आना, अच्‍छी नींद नहीं होना. रिसर्च में इस बीमारी के बारे में क्‍या बताया गया है? आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में.  

Dementia Causes: बुरे सपने और कच्ची नींद डिमेंशिया के हो सकते हैं लक्षण, सामने आया चौंकाने वाला रिसर्च!

Poor Sleep And Dementia: एक रिसर्च में  पता चला है कि जिन लोगों को सप्ताह में कम से कम एक बार बुरे-डरावने सपने आए, उनमें अगले 10 साल में डिमेंशिया होने का जोखिम दूसरों की तुलना में चार गुना ज्‍यादा है. भारत में भी डिमेंशिया के मरीज बढ़ रहे हैं, इस खबर में आपको बताएंगे कि ये बीमारी क्‍या है? क्‍या बुरे सपने आना यानी डिमेंशिया का खतरा माना जाए. अच्‍छी नींद लेने का 10-3-2-1-0 फॉमूला क्‍या है?   

क्‍या होता है डिमेंशिया (Dementia Symptoms In Hindi)

डिमेंशिया होने पर याददाश्त में कमी आ जाती है, जिसे अक्‍सर कोई दूसरा व्यक्ति नोटिस करता है. इसके अलावा बातचीत करने या तर्क करने में भी परेशानी होती है. कठिन कामों को करने में कठिनाई होती है. हमेशा कंफ्यूजन की स्थिती बनी रहती है. अच्‍छी नींद नहीं आना यानी डिमेंशिया का खतरा मंडराना माना जाता है. अगर किसी को बार-बार बुरे सपने आते हैं, इसके कारण रात में अक्सर नींद से जग जाना और परेशान रहना. इन सब से डेमेंशिया विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है.     

बुरे सपने आना मतलब डिमेंशिया का खतरा 

रिसर्चर ने एक स्‍टडी के आधार पर निष्कर्ष निकाला है कि मध्यम आयु वर्ग (35-64 आयु ) के लोग जिन्हें नियमित रूप से बुरे सपने आते हैं, उनमें उम्र बढ़ने पर डिमेंशिया होने का खतरा ज्‍यादा है, यानी कि अगर आपको अक्सर रात में डरावने सपने आते रहते हैं तो यह आपके भविष्य में डिमेंशिया के शिकार होने के जोखिम को काफी बढ़ा देता है. 

10-3-2-1-0 नियम को समझें 

विशेषज्ञों के मुताबिक, नींद लाने का सबसे आसान फॉर्मूला है 10-3-2-1-0. आपको हम बताएंगे कि ये फॉमूला क्‍या है? 

1. सोने से 10 घंटे पहले आप सभी कैफीनयुक्त (Caffeinated Beverages) पेय पदार्थ ना पीए. ऐसा करने से आपकी बॉडी के ब्लड स्ट्रीम (Bloodstream) से कैफीन खत्‍म हो जाएगा और इससे उत्तेजक प्रभाव (stimulatory effects) कम हो जाएगा.

2. इसके बाद आपको इस बात का भी ध्‍यान रखना चाहिए कि सोने से तीन घंटे पहले ही खाना खा लिया जाए. अगर आप ड्रिंक पीते हैं तो भी सोने से तीन घंटे पहले ही पी लें. इससे आपको गैस और सीने में जलन की शिकायत नहीं होगी और आप आसानी नींद आ जाएगी.

3. सोने से 2 घंटे पहले सभी काम को खत्म कर लें.

4. सोने से एक घंटे पहले आप अपने फोन, टीवी और कंप्यूटर को बंद करके रख दें, इससे आपको गहरी नींद आएगी.

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