Twin Tower Demolition: ट्विन टावर गिरने के बाद कैसा होगा नजारा? लोगों की हेल्थ पर पड़ेगा असर
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Twin Tower Demolition: ट्विन टावर गिरने के बाद कैसा होगा नजारा? लोगों की हेल्थ पर पड़ेगा असर

Twin Tower Noida: नोएडा में बनी सुपरटेक ट्विन टावर इमारत को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज गिराया जाएगा. इस इमारत के गिरने के बाद क्या नजारा होगा और इससे लोगों की हेल्थ पर कितना असर पड़ेगा आइए बताते हैं.

Twin Tower Demolition: ट्विन टावर गिरने के बाद कैसा होगा नजारा? लोगों की हेल्थ पर पड़ेगा असर

Supertech Twin Tower: नोएडा के सेक्टर-93-ए में भ्रष्टाचार की नींव पर बना 32 मंजिला सुपरटेक ट्विन टावर आज मिट्टी में मिल जाएगा. सुपरटेक ट्विन टावर गिराने का काउंटडाउन शुरू हो गया है. दोपहर 2.30 बजे ये टावर गिराया जाएगा. इस इमारत के गिराए जाने के बाद आसपास रहने वाले लोगों की हेल्थ को लेकर कुछ आंकलन किए गए हैं. इमारत के ढहने के बाद उठे धूल का गुबार उठेगा. इसे देखते हुए प्रशासन की तरफ से जरूरी कदम उठाए गए हैं.

आसपास के इलाके में उठेगा धूल का गुबार

आपको बता दें कि 32 मंजिला इमारत को गिरने में 9 सेकंड का समय लगेगा. इसे गिराने के लिए 3700 किलो विस्फोटक अलग-अलग फ्लोर पर लगाया गया है. विस्फोट होने के 9 सेकंड के बाद धूल का गुबार फैल चुका होगा. ये धूल का गुबार 3 किलोमीटर के दायरे में फैल जाएगा. इसके बाध धीरे-धीरे धूल नीचे की तरफ आएगी. लेकिन बताया जा रहा है कि आसमान में छाई धुंध को छंटने में कम से कम 3 घंटे का वक्त लग जाएगा.

बिल्डिंग, सड़क और पेड़-पौधों पर जम जाएगी धूल

ब्लास्ट के बाद इमारत के निर्माण में लगी सीमेंट और अन्य मैटेरियल की धूल आसपास के इलाके में फैल जाएगी. इसके साथ ही इसमें 3700 किलो विस्फोटक का भी धुंआ शामिल होगा. आस-पास की सोसाइटी और सड़कों पर धूल की मोटी चादर जम जाएगी. माना जा रहा है कि ब्लास्ट के 15 मिनट बाद नोएडा एक्सप्रेस पर भी धूल की चादर नजर आने लगेगी. इसके साथ ही 3-4 किलोमीटर के इलाके में पेड़-पौधों पर भी धूल जम जाएगी.

इन बातों का रखें खास ख्याल

ट्विन टावर के गिरने के बाद आसपास के लोग मास्क जरूर लगाएं. धूल की वजह से सांस और अस्थमा के मरीजों को विशेष परेशानी हो सकती है. हार्ट के मरीजों को भी सतर्क रहने की जरूरत है. आंखों के बचाव के लिए चश्मा पहनना सही रहेगा. बार-बार पानी पीतें रहें, ताकि शरीर के भीतर धूल न चिपके. कोशिश करें कि 3 दिनों तक इस एरिया में न जाएं. बता दें कि इस इमारत के ढहने के बाद 35,000 क्यूबिक मीटर मलबा निकलेगा, जिसे साफ करने में कम से कम तीन महीनों का वक्त लगेंगे.

आसपास की सोसाइटी को कराया गया खाली

सुपरटेक के एमरोल्ड सोसाइटी से अब तक 40 परसेंट लोग अपना मकान खाली कर चुके हैं. पास की ही बनी दो सोसाइटी, एक पाश्र्वनाथ दूसरी सिल्वर सिटी में लोगों के रहने का इंतजाम किया गया है. साथ ही उनके खाने-पीने का भी इंतजाम किया गया है. एमरोल्ड कोर्ट के निवासियों से मिली जानकारी के मुताबिक पाश्र्वनाथ और सिल्वर सिटी सोसाइटी में बने क्लब हाउस और गेस्ट हाउस में 200 - 200 लोगों के रहने और खाने-पीने का इंतजाम सोसायटी के लोगों ने किया है.

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