Corona Test App: अब मोबाइल ऐप से होगी कोविड-19 की टेस्टिंग! वैज्ञानिकों का दावा- आवाज सुनकर ऐप बताएगा कोरोना है या नहीं
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Corona Test App: अब मोबाइल ऐप से होगी कोविड-19 की टेस्टिंग! वैज्ञानिकों का दावा- आवाज सुनकर ऐप बताएगा कोरोना है या नहीं

Mobile App for Corona Test: वैज्ञानिकों का कहना है कि यह मोबाइल ऐप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से लोगों की आवाज का विश्लेषण करके यह पता लगा सकता है कि किसी व्यक्ति को COVID-19 संक्रमण है या नहीं. फिलहाल इसकी सटीकता 89 प्रतिशत तक पाई गई है.

वैज्ञानिकों का दावा ऐप से टेस्टिंग कई मायनों में फायदेमंद

New Research for Covid-19 Testing: बेशक कोरोना वायरस अलग-अलग वेरिएंट में लोगों को पिछले 3 साल से परेशान कर रहा है, लेकिन राहत की बात ये है कि समय के साथ इसका खतरनाक रूप कम होता जा रहा है. इसकी वजह इससे लड़ने के लिए हो रहे नए-नए एक्सपेरिमेंट है. दुनिया में कोरोना की कई वैक्सनीन बन चुकी हैं. इसके अलावा कई तरह की दवाइयां भी बाजार में उपलब्ध हैं. इन सबसे अलग समय रहते इसकी पहचान के लिए जो चीज सबसे जरूरी है उस पर भी कई तरह के रिसर्च हो रहे हैं. मार्केट में कोरोना टेस्टिंग के कई विकल्प लोगों के सामने मौजूद हैं. इसी कड़ी में एक और कमाल की खोज वैज्ञानिकों ने की है. उन्होंने एक नया मोबाइल ऐप विकसित किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से लोगों की आवाज का विश्लेषण करके यह पता लगा सकता है कि किसी व्यक्ति को COVID-19 संक्रमण है या नहीं.

टेस्टिंग में 89 पर्सेंट तक सटीकता

इंस्टीट्यूट ऑफ डेटा साइंस, मास्ट्रिच यूनिवर्सिटी, नीदरलैंड के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि ऐप अन्य एंटीजन परीक्षणों की तुलना में अधिक सटीक है और तुलनात्मक रूप से सस्ता, त्वरित और उपयोग में आसान है. रिसर्च टीम का कहना है कि, यह ऐप कम आय वाले देशों जहां आरटी-पीसीआर टेस्ट महंगे हैं, वहां उपयोगी हो सकता है. वैज्ञानिकों का दावा है कि एआई मॉडल में 89 प्रतिशत तक सटीकता है.

सोमवार को हुआ ऐप का प्रेजेंटेशन

शोधकर्ताओं ने बताया कि यह ऐप कोविड पॉजिटिव मामलों की पहचान करने में लगभग 89 प्रतिशत सटीक था, जबकि कोविड नेगेटिव मामलों की पहचान करने में यह 83 प्रतिशत सटीक था. इस रिसर्च को सोमवार को स्पेन के बार्सिलोना में यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसायटी इंटरनेशनल कांग्रेस में पेश किया गया. इंस्टीट्यूट ऑफ डेटा साइंस, मास्ट्रिच विश्वविद्यालय, नीदरलैंड के एक शोधकर्ता वफा अलजबवी ने इस ऐप को लेकर कहा, “इसके अच्छे रिजल्ट बताते हैं कि सरल वॉयस रिकॉर्डिंग और फाइन-ट्यून एआई एल्गोरिदम संभावित रूप से यह निर्धारित करने में और सटीकता प्राप्त कर सकते हैं कि किन रोगियों को कोविड -19 संक्रमण है.” इस ऐप को बनाने वाले वैज्ञानिकों ने इसकी जांच के लिए 4,352 स्वस्थ और बीमार प्रतिभागियों में से 893 के ऑडियो सैंपल का आकलन करने के लिए मेल-स्पेक्ट्रोग्राम विश्लेषण का उपयोग किया, जिनमें से 308 में कोविड पॉजिटिव पाया गया था.

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