Risk Of Non Communicable Diseases: कोरोना महामारी के प्रकोप से दुनिया में कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी. अगर आपको लगता है कि महामारी से लोग ज्यादा मरते हैं तो शायद आप गलत हैं क्योंकि WHO की रिर्पोट इस बारे में कुछ और ही बात कहती है.
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Causes of Non Communicable Diseases: कोई महामारी किसी अन्य बीमारी की तुलना में काफी तेजी से फैलती है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण 2019 का कोरोना वायरस है. इस बीमारी के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी. अगर आपको ये लगता है कि महामारी से ज्यादा मौतें होती हैं तो शायद आप गलत है. आपको बता दें कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें दावा किया गया है कि भारत में किसी महामारी (Communicable Diseases) की तुलना में ज्यादा मौतें असंक्रामक रोगों (Non Communicable Diseases) से होती हैं.
संक्रामक और असंक्रामक रोग
जब कोई स्वस्थ व्यक्ति किसी दूसरे पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आता है और वह बीमारी स्वस्थ व्यक्ति को भी अपने चपेट में ले लेती है तब इस बीमारी को संक्रामक रोग कहते हैं. हैजा, छोटी माता, तपेदिक, मलेरिया और कोरोना जैसी कई बीमारियों को इस कैटेगरी में रखा गया है जबकि असंक्रामक रोग शरीर में किसी तत्व की कमी या असंतुलन की वजह से पैदा होते हैं.
क्या है WHO की रिपोर्ट में
WHO की रिपोर्ट से पता चलता है कि महामारी के अलावा गैर संक्रामक रोग भी बड़ी परेशानी का कारण बनते हैं और ज्यादतर मौतें भी इसके चलते होती हैं. WHO की ये रिपोर्ट 'Invisible Numbers' नाम से प्रकाशित की गई. 21 सितंबर को जारी इस रिपोर्ट में बताया गया कि कई ऐसी बीमारियां है जो इंसानों को सेंसिटिव बना देती हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि डायबिटीज, दिल की बीमारियां, सांस से जुड़ी बीमारियां और कैंसर जैसी बीमारियों से लोग ज्यादा जान गंवाते हैं. भारत में करीब 22 फीसदी लोग ऐसे हैं जो 70 साल तक जिंदा नहीं रह पाते हैं जबकि पूरी दुनिया में 70 साल से पहले मरने वालों की संख्या 18 फीसदी है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि 28 फीसदी लोग भारत में ऐसे हैं जो दिल की बीमारी के कारण मारे जाते हैं और इनमें ज्यादातर मौतों का कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है.
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